छत्तीसगढ़, किसान सभा ने प्रदेश में धान खरीदी की समय सीमा फरवरी अंत तक बढ़ाने की मांग की है।
आज यहां जारी एक बयान में छग किसान सभा के राज्य अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने कहा कि सरकार ने अभी तक लक्ष्य का 80% धान ही खरीदा है, जबकि 3 लाख से ज्यादा किसान अभी तक सोसाईटियों में नहीं पहुंच पाए हैं। उन्होंने कहा कि जिन 16 लाख किसानों का धान खरीदने का सरकार दावा कर रही है, वह केवल आंकड़ेबाजी ही है, क्योंकि इनमें से अधिकांश किसानों ने अपना पूरा धान नहीं बेचा है।
किसान सभा नेताओं ने कहा कि बारदानों की कमी, प्रतिकूल मौसम, पंचायती चुनाव और अन्यान्य कारणों से धान खरीदी प्रभावित हुई है। बचे 10 दिनों में प्रशासन इतना सक्षम नहीं है कि वह सभी 19 लाख पंजीकृत किसानों द्वारा पूरा उत्पादित धान खरीद सके। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि धान खरीदी से बचने के लिए पूरे प्रदेश में 50000 हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में कटौती की गई है और किसान बाजार में औने-पौने भाव पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हैं।
किसान सभा ने मांग की है धान खरीदी की सीमा फरवरी अंत तक बढ़ाई जाए और किसानों के काटे गए रकबे को पुनः जोड़ा जाए, ताकि सभी किसान अपनी पूरी फसल सोसाईटियों में बेच सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को किसानों का एक-एक दाना खरीदने के वादे पर अमल करके दिखाना चाहिए और बोनस के पैसे किस तरह देगी, इसकी घोषणा शीघ्र करनी चाहिए ।