देहरादून,30 दिसम्बर : अपने हक की लड़ाई लड़ रहे राज्यान्दोलनकारी क्रांति कुकरेती का उपवास आज चौथे दिन भी जारी रहा। पूरे सचिवालय में उनके आत्मदाह की चर्चा चलती रही। अधिकांश तबकों में उनकी जायज माँग को समर्थन तो हर कोई दे रहा है मगर उसका समाधान कैसे होगा इस पर नजरें झुका लेता है ।गत दिवस उनके द्वारा सरकारी रवैये से क्षुब्ध होकर 1 जनवरी को आत्मदाह करने का नोटिस दिया था। इससे आक्रोशित होकर बड़ी संख्या में आज राज्य आंदोलनकारी शहीद स्मारक पहुंच गए। जहां पहुंच कर उन्होंने एक सभा का आयोजन किया।

इस अवसर पर पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष क्रान्ति कुकरेती ने कहा कि हम केवल समस्या नहीं बता रहे हैं बल्कि उसका समाधान भी बता रहे हैं फिर सरकार हमारे साथ न्याय क्यों नहीं कर रही है ? यह समझ से परे है । क्या सरकार सच में चाहती है कि 1443 कार्मिक सड़क पर आ जायें? वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी ओमी उनियाल ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य आंदोलनकारियों को आज अपनी जान की बाजी लगानी पड़ रही है। वेद प्रकाश शर्मा जी ने कहा कि हम हर हाल में सरकार से राज्य आंदोलनकारियों के अधिकार ले कर रहेंगे।सभा का संचालन विक्रम भंडारी ने किया।

आज उपवास पर बैठने वालों में देव नौटियाल, वीरेन्द्र रावत,सूर्यकांत बमराडा, अम्बुज शर्मा मनोज कुमार और राम किशन आदि प्रमुख थे । उनके समर्थन में प्रभा नैथानी, प्रभात डंडरियाल, रविन्द्र प्रधान, सत्या पोखरियाल, निर्मला बिष्ट, वेदानंद कोठारी, महिपाल सिंह नेगी, धर्मानन्द भट्ट, सुलोचना भट्ट, जगमोहन सिंह नेगी, आशा नौटियाल, पुष्पा बहुगुणा, गम्भीर सिंह मेवाड़, लक्ष्मी मलासी,सुरेश नेगी,अनुज नॉटियाल,नवनीत गुसाईं,गंभीर सिंह मेवाड़,डॉ0 बी0के0औली,संगीत रावत,सुशील विरमानी, डॉ0बी0एन0तिवारी,सोबन सिंह रावत आदि लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

https://jansamvadonline.com/uttarakhand/uttarakhand-aandolankari-will-commit-mass-self-immolation-on-january-01/