देहरादून, सरकार द्वारा बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने हे्रतु संचालित पोषक माह अभियान के अन्तर्गत राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में ‘‘पौष्टिक भोजन पकाओ, पुरुस्कार पाओ प्रतियोगिता’’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 22 प्रतिभागियों द्वारा भाग लिया गया। प्रतियोगिता आयोजन का शुभारम्भ करते हुए संस्थान के प्रभारी निदेशक प्रो0 नचिकता राउत ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य कुपोेेषण मुक्त वातावरण का निर्माण करना है। इस प्रतियोागिता द्वारा 100 दिनों की आयु तक के सभी बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाने हेतु सभी को जागृत करना है।
प्रतियोगिता के निर्णायकों में शुभालक्ष्मी, रमा गोयल, यामिनी शर्मा, डा0 रीमा केन, रेखा ढालवाल तथा सहयोगी लक्ष्मी पोखरियाल द्वारा निर्णायक की भूमि अदा की गयी। इस अवसर पर चिकित्साधिकारी डाॅ0 अजीत गैरोला द्वारा पौष्टिकता विषय पर सभी को जागरुक किया गया। प्रेरणा सुंद्रियाल द्वारा पौष्टिक आहार एवं पौष्टिक डाईट के विषय में विस्तृत रुप से जागरुक किया गया। संास्कृतिक कार्यक्रम में माता सरस्वती वन्दना से शुभारम्भित समारोह में महात्मा गांधी का प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये जे पीर परायी जाणे रे,आयो है हम दूर दूर से सबको ये समझाने, हाॅ तुम मुझे यॅू भूला न पाओंगे-भजन- प्रभुजी मेरे अवगुण चित न धरों, गढवाली लोकगीत ‘‘ पावन मेरो उत्तराखण्ड’’गजन आज जाने की जिद न करो,आज कल याद कुछ रहता नही एक बस आपके याद आने के बाद, नैना में बदरा छाये,बिजली सी चमके हाया,इन्तेजारी करते करते एक जमाना हो गया, तुम दिल की धडकन में रहते हो, के बाद श्री हनुमान चालीसा गीत औंर संगीत के साथ सुमधुर आवाज में प्रस्तुत किया गया।
गीत संगीत से भरे कार्यक्रम का दृष्टि दिव्यांगजन प्रशिक्षणार्थियो में ललिता, किरन, अमन, ताराचंद,पवन,दुर्गा मेहरा, निशी राजू,धीरज,विशाल,शुभमविकास कुकरेती,पवन कुमार शुक्ल, अफराज अहमद, हारमोनियम पर अरिविन्द हसंराज धुरताकर,रामलायक राम, द्वारा प्रस्तुत कियास गया। कार्यक्रम महेन्द्र विश्वकर्मा द्वारा पक्षियों,,प्शुओं तथा मशीनरी की हूबहू आवाजे निकालकर सभी को मोहित कर दिया। समारोह का रुचिपूर्ण संचालन योगेश अग्रवाल द्वारा किया गया। समारोह में कमलवीर सिंह जग्गी, मनीष वर्मा,डा0 विनोद कुमार केन, आर0पी0 सिंह, सुनील सिरपुरकर, नीरज गांधी, लक्ष्मी पोखरियाल, जगदीश लखेडा, पवन शर्मा, सविता आनन्द, अंति प्रधान, भूपेन्द्र सिंह, योगेश अग्रवाल, नीतू साहनी, सुरेखा ममगाई, सतेन्द्र कुमार, आर0एस0 गोयल, विशम्भर नाथ बजाज चण्डी लखेडा, आदि उपसिथत थे। प्रतियोगिता के निर्णायकों में शुभालक्ष्मी, रमा गोयल, यामिनी शर्मा, डा0 रीमा केन, रेखा ढालवाल तथा सहयोगी लक्ष्मी पोखरियाल शामिल रहे। ‘‘पौष्टिक भोजन पकाओ, पुरुस्कार पाओ प्रतियोगिता’’ के विजयी प्रतिभागियों में प्रथम पुरुस्कार भूपेन्द्र सिंह राणा, द्वितीय पुरुस्कार दया बिष्ट, तृतीय पुरुस्कार सीमापाल तथा शालिनी चौधरी एवं संत्वना पुरुस्कार जयश्री शर्मा को प्राप्त हुआ।