हरिद्वार, उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता अम्बरीश कुमार 21 जुलाई को पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। हरिद्वार के कनखल श्मशान घाट पर पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अम्बरीश कुमार की बेटी प्रियमवता गोयल ने उन्हें मुखाग्नि दी।उत्तराखंड की राजनीति का एक बड़ा सूरज अस्त हो गया है। हरिद्वार में भाई जी के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेता अम्बरीश कुमार का मंगलवार देर रात को निधन हो गया था। वो काफी समय से बीमार चल रहे थे। अम्बरीश कुमार की अंतिम यात्रा में कांग्रेस और बीजेपी के कई बड़े नेता शामिल हुए।
अम्बरीश कुमार के निधन पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने हरिद्वार पहुंचकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और हरिद्वार सांसद व पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी अम्बरीश कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अम्बरीश कुमार के निधन को राजनीति के लिए गहरा आघात बताया है। हरिद्वार में अम्बरीश कुमार की पहचान एक जमीनी नेता के तौर रही है। उनका राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू हुआ था। इसके बाद वे समाजवादी पार्टी में भी गए थे। हालांकि में बाद में वे फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उत्तराखंड में हरीश रावत के बाद अम्बरीश कुमार ही ऐसे ही एक मात्र नेता थे, जिन्होंने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और राहुल गांधी तीनों के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर हरिद्वार से आखिरी लोकसभा चुनाव लड़ा था। अम्बरीश कुमार के पिता हरिद्वार के एक कपड़ेा व्यापारी थे। अम्बरीश कुमार ने 1971 में तब कांग्रेस को ज्वाइन किया था जब पूरे देश में इंदिरा गांधी से प्रभावित होकर नौजवानों ने कांग्रेस का हाथ थामा था। सालभर के भीतर ही 1972 में वे हरिद्वार के यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने।