जलविद्युत प्रोजेक्ट को लेकर की चर्चा

देहरादून, 13 दिसम्बर : उत्तराखंड भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम की अध्यक्षता में दिल्ली में उत्तराखंड के सभी सांसदों की महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में शामिल होने के बाद सीएम धामी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में सीएम धामी ने प्रधानमंत्री से उत्तराखंड की 44 जलविद्युत परियोजनाओं को फिर से शुरू करने के संबंध में चर्चा की। इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच प्रदेश के विकास कार्यों को लेकर भी चर्चा हुई।


सीएम धामी ने कहा कि जलविद्युत परियोजनाएं उत्तराखंड की आर्थिकी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। राज्य गठन के समय भी जलविद्युत परियोजनाएं केंद्र बिंदु में थीं। लेकिन बीते कुछ सालों में इस क्षेत्र में प्रगति इसलिए नहीं हो पाई कि कहीं पर उच्चतम न्यायालय का और कई मंत्रालयों के आपसी निपटारे में समन्वय ना हो पाने की वजह से यहां परेशानी आई। सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि इन जल विद्युत परियोजनाओं को फिर से चालू के लिए जल्द से जल्द पीएमओ के स्तर पर विचार करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि इसमें भारत सरकार का जल शक्ति मंत्रालय, वन पर्यावरण मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय और राज्य सरकार की सहभागिता होती है। ऐसे में इन 44 परियोजनाओं पर जैसे ही काम करने की सहमति मिलती है, जो राज्य के लिए आगे का जल विद्युत के क्षेत्र में उत्पादन होगा। इसके साथ ही भारत नेट के दूसरे चरण पर भी बात हुई। भारत के शुरू होने से 600 गांवों को इंटरनेट सेवाएं मिल सकेंगी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर कहा कि कुछ लोग हमारी सेना और उनकी क्षमताओं पर सवाल उठाते रहते हैं। उनके लिए राजनीति देश से पहले आती है। इसलिए वो पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। दरअसल, तवांग मामले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री राजनीतिक नेतृत्व के मामले में नाकाम साबित हो रहे हैं। 9 तारीख को ये झड़प होती है और आप संसद में आज बताते हैं। अगर मीडिया इस पर बात नहीं करती तो फिर आप तो खामोश बैठ जाते। ये सब इनकी नाकामी है। देश के प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से डरते हैं। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनकी सेवा, बहादुरी और बलिदान को देश कभी नहीं भूल सकता।