धाम के पैदल मार्ग पर दो से ढाई फीट बर्फ

रूद्रप्रयाग। विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद बाबा केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु इस पावन बेला के साक्षी बने। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। वहीं, गायक रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर की भजन प्रस्तुति दी।
आज सुबह पांच बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ-साथ बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान होकर रावल निवास से मंदिर परिसर में पहुंची।
यहां रावल ने भक्तों को आशीर्वाद दिया। इसके बाद रावल एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में प्रशासन की ओर से मंदिर के कपाट खोले गए। कपाट खुलते ही धाम महादेव के जयकारों से गूंज उठा। इसके बाद मुख्य पुजारी शिवलिंग ने गर्भ गृह में भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की। इसके बाद ग्रीष्मकाल के लिए केदारनाथ के दर्शन शुरू हो गए।

बीते एक सप्ताह से लगातार बर्फबारी के चलते धाम में दो से ढाई फीट बर्फ जमी हुई है। सोमवार को भी रुक-रुककर हल्की बर्फबारी होती रही। पैदल मार्ग के पांच किमी हिस्से में लिनचोली से केदारनाथ के बीच भी बर्फ जमी हुई है और भैरव गदेरा, लिनचोली व रुद्रा प्वाइंट में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है।

यहां लगातार बर्फ टूटकर गिर रही है। बर्फबारी के चलते केदारपुरी में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ जा रहा है। बावजूद इसके बाबा के दर्शन को पहुंचने वालों का उत्साह देखते ही बनता है। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने यात्रियों की सहायता के लिए पांच पड़ाव बनाए हैं। ये पड़ाव केदारनाथ, लिनचैली, सोनप्रयाग, अगस्त्यमुनि और रतूड़ा में बनाए गए हैं। हर पड़ाव में दो-दो दल तैनात किए गए हैं। ये दल एक पड़ाव से दूसरे पड़ाव के बीच गश्त भी करेंगे।  विशेष रूप से सोनप्रयाग, लिनचैली व केदारनाथ पैदल मार्ग के बीच ये यात्रियों की सहायता को विशेष रूप से सक्रिय रहेंगे। इन दलों को बर्फ हटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्नो रिमूवर समेत आधुनिक उपकरण दिए गए हैं। इसके साथ ही पड़ाव स्थलों पर प्राथमिक उपचार के लिए दवाओं की व्यवस्था भी की गई है।

मौसम ठीक होते ही केदारनाथ धाम पहुंचे सीएम धामी

सीएम धाम को सुबह कपाट खुलने के समय केदारनाथ धाम पहुंचना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण वे धाम नहीं पहुंच पाए। इसके बाद मौसम ठीक होते ही सीएम केदारनाथ मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। साथ ही प्रदेश की सुख समृद्धि का आशीर्वाद बाबा केदार से मांगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की मंगलमय यात्रा के लिए प्रदेश सरकार की ओर से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सभी श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ देव दर्शन की सुविधा मिले। इसकी भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने भगवान केदारनाथ से सभी की मनोकामना पूर्ण करने की भी प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा में गत वर्ष की अपेक्षा अधिक श्रद्धालु प्रदेश में आकर चारों धामों के दर्शन कर पुण्य के भागी बनेंगे।

केदारनाथ यात्रा के लिए पुनः शुरू हुए रजिस्ट्रेशन

चारधाम यात्रियों के अच्छी खबर है। मौसम साफ होते ही पुनः रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। जिसके बाद यात्री रजिस्ट्रेशन कर आगे रवाना हो सकेंगे. डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि केदारनाथ धाम में अब मौसम में सुधार के कारण तीर्थयात्रियों को जाने की अनुमति दी जा रही है.
इधर कपाट खुलने के साथ ही मंगलवार से केदारनाथ धाम में हेली सेवा का संचालन शुरू हो गया है। केदारनाथ हेली सेवा की सात मई तक बुकिंग फुल हो चुकी है। जल्द ही आगे की यात्रा के लिए टिकटों की बुकिंग के लिए समय तय किया जाएगा। तीर्थयात्रियों के लिए गुप्तकाशी, फाटा व सिरसी हेलीपैड से हेली सेवा संचालित की जाएगी।