ऋषिकेश, 22 मई: चारधाम बस संचालकों ने आरटीओ कार्यालय में परमिट सरेंडर की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण 31 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं सभी परिवहन स्वामियों ने व्यवस्था दुरुस्त ना होने पर चारधाम यात्रा के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अंतर्गत संचालित होने वाले सैकड़ों वाहन बुकिंग होने के बावजूद पिछले 10 दिन से खड़े हैं। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने ऐलान किया है कि यदि सरकार अति शीघ्र ऑनलाइन पंजीकरण नहीं खोलती है तो 31 मई तक सभी कंपनियों के अंतर्गत संचालित होने वाले वाहन स्वामी अपने-अपने परमिट आरटीओ कार्यालय में सरेंडर कर देंगे। उसके बाद भी यदि सरकार नहीं चेती तो मजबूरन चारधाम यात्रा का बहिष्कार किया जाएगा।
चारधाम यात्रा रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन चंद रमोला ने कहा कि सरकार यात्रा को लेकर तुगलकी फरमान जारी कर रही है। धरातल की स्थिति को नहीं समझा जा रहा है। विभिन्न विभागों के अधिकारी धरातल की रिपोर्ट शासन तक नहीं पहुंचा रहे हैं। 31 मई तक ऑनलाइन पंजीकरण बंद करने का निर्णय बिल्कुल भी व्यावहारिक नहीं है।उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्था बिगड़ने से उत्तराखंड प्रदेश की भी छवि धूमिल हुई है। यात्रा से पूर्व परिवहन विभाग विभिन्न कंपनियों से अपने-अपने वाहनों को तैयार करने के निर्देश देता है।
वाहनों पर मोटर मालिक अत्यधिक खर्च करता है, लेकिन इन वाहनों को यात्रा पर नहीं भेजा जा रहा है। सरकार की व्यवस्था से परेशान होकर सभी मोटर मालिकों ने निर्णय लिया है कि 31मई तक सभी लोग अपनी गाड़ियों के परमिट परिवहन विभाग कार्यालय में जमा करा देंगे।