माध्यमिक शिक्षा के लिए 7 करोड़ का बजट

-बजट में विद्यालय से लेकर छात्रों के विकास पर रखा गया है ध्यान

रुद्रप्रयाग, जिला परियोजना समग्र शिक्षा (माध्यमिक) की वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2019-20 में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत गतिविधियों के अनुमोदनार्थ एवं क्रियान्वयन के लिये बैठक संपंन हुई। बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों के लिये सात करोड़ 39 लाख अठत्तर हजार के बजट प्रस्ताव को समिति की ओर से अनुमोदित किया गया।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में संपंन हुई बैठक में जिला परियोजना अधिकारी एलएस दानू ने समग्र शिक्षा माध्यमिक की रूप रेखा, परियोजना के उद्देश्य एवं वर्ष 2018-19 की गतिविधियों की प्रगति समिति के सम्मुख रखी। जिला परियोजना समिति के सदस्यों ने परियोजना प्रगति की सराहना की। जिला समन्वयक समग्र शिक्षा सुशील गैरोला ने पावर प्वांइट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से भारत सरकार द्वारा स्वीकृत वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2019-20 की विस्तृत रूपरेखा समिति के सम्मुख अनुमोदनार्थ प्रस्तुत की। समिति द्वारा सभी प्रस्तावों की वृहद चर्चा परिचर्चा के पश्चात् सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया। समिति के द्वारा निम्न कार्यक्रमों को अनुमोदित किया गया। जिसमें विद्यालय सुदृढ़ीकरण, मीडिया एंव सामुदायिक सहभागिता (माध्यमिक), एसएमडीसी प्रशिक्षण, विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम, अध्यापक विनिमय कार्यक्रम, शाला सिद्धि, बाल सखा कार्यक्रम, बालिका पंचायत, परीक्षा उत्कृष्टता मिशन, अध्यापक पहचान पत्र, यूथ क्लब एंव ईको क्लब, शगुनोत्सव, सुपर 100, कला उत्सव, आर्ट एवं क्राफ्ट, विद्यालय विकास अनुदान, पुस्तकालय, विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान क्विज प्रतियोगिता, शैक्षिक भ्रमण, गणित किट, विज्ञान किट, खगोल विज्ञान क्लब, आईसीटी एवं डिजिटल इन्टिटेटिव, खेल सामग्री, वेतन, बालिकाओं के लिए विज्ञान पहेली प्रतियोगिता, स्कूल सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, बालिकाओं के लिये किशोरावस्था कार्यक्रम, आत्म सुरक्षा, आईईडीएसएस, व्यावसायिक शिक्षा, सेवारत अध्यापक प्रशिक्षण, विद्यालय नेतृत्व विकास प्रशिक्षण, प्रधानाचार्य प्रशिक्षण एवं एमएमईआर सभी गतिविधियों की भौतिक एंव विŸाीय पर चर्चा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन में छात्र केन्द्रित हो एवं दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों के छात्रों के अधिगम स्तर को बढ़ाने के लिये प्रयास हों। उन्होंने अध्यापक प्रशिक्षण एवं प्रधानाचार्य प्रशिक्षण में स्थानीय विद्यालयों की सफलता एवं कुशलता की कहानी को साझा करने के लिये निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला वेसिक शिक्षाधिकारी विद्याशंकर चतुर्वेदी, डायट के प्राचार्य सुधीर सिंह असवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ एसके झां, कोषाधिकारी गिरीश चन्द्र सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।