देहरादून,  कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप भट्ट ने राज्य की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार का जीरो टोलरेंस सिर्फ दिखावा मात्र है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि बुधवार को प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनीषा पँवार की ओर से एक शाशनादेश जारी किया गया जिसमें लगभग 500 करोड़ रुपये के कामों को लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग,पेयजल निगम एवं ग्रामीण निर्माण विभाग को देने के बजाय राज्य के बाहर की संस्थाओं को दिए जाने के आदेश निर्गत किये हैं उन्होंने कहा कि प्रदेश की माली हालत खराब है फिर भी  राज्य की  निर्माण संस्थाओं को छोड बाहर की संस्थाओं को काम देना और सेंटेज के रूप में लाखों रूपया बाहरी संस्थाओं को दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि राज्य की अपनी संस्थायें सिंचाई विभाग, जल संस्थान, पेयजल निगम समेत कई निगमों एवं विभागों में वेतन तक के लाले पड़े हैं उन्होंने इसे जनभावनाओं पर कुठाराघात करार दिया। कांग्रेस नेता प्रदीप भट्ट ने कहा कि ब्रिडकुल, एनपीसीसी एवँ वाप्कोश लिमिटेड को मोटरमार्ग निर्माण का कोई अनुभव नही है बावजूद इसके प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ब्रिडकुल को गरूड़, बेरीनाग, बड़कोट एवं गैरसैण एनपीसीसी लिमिटेड को भिकियासैंण, सल्ट, मुनस्यारी, चम्पावत, चकराता दुगड्डा थराली एवम अगस्तमुनि तथा वाप्कोश लिमिटेड को अल्मोड़ा, कपकोट,मोरी एवं घनसाली में करोड़ों के काम दे दिये कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप भट्ट ने इसके लिए सीधे तौर पर  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को दोषी ठहराया है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नाक के नीचे करोड़ों रुपये के कार्य राज्य से बाहर की अनुभवहीन संस्थाओं को दिए जा रहे हैं और सूबे के मुखिया आँखे मूंदे खड़े हैं उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए कहा कि शासन के अधिकारियों की मिली भगत से राज्य के बाहर की अनुभवहीन संस्थाओं को काम दिया गया जिसमे सम्भवतः करोड़ों के वारे न्यारे किये गए।