चमोली । देवभूमि खबर।प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए जिले में हरेला महोत्सव का शुभारंभ बडे धूमधाम के साथ किया गया। जिलाधिकारी आशीष जोशी के नेतृत्व में गोपेश्वर-घिंघराण मोटर मार्ग स्थित ब्रहंमसैंण के ऊपरी भू-भाग पर वन विभाग] ईको टास्कफोर्स एवं जिला स्तरीय अधिकारियों ने पौधरोपण कर हरेला महोत्सव का शानदार आगाज किया। जिलाधिकारी ने उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला की शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि हरेला पर्व का मुख्य उदेश्य नदियों का जल संरक्षण एवं पुर्नजीवन करना है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों] गणमान्य नागिरिकों एवं जनता से एक माह तक चलने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रमों में भाग लेकर हरेला महोत्सव को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करने की अपील की है।
जिला मुख्यालय स्थित घिंघराण में हरेला महोत्सव का शुभांरभ करते हुए जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर वन विभाग] ईको टास्कफोर्स एवं जिला स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी वृक्षारोपण किया। वही दूसरी ओर पूरे जिले में विभिन्न जगहों पर शिक्षण संस्थाओं, स्वजल] पुलिस] उद्यान] वन] सिंचाई, डेयरी आदि विभागों के माध्यम से अपने कार्यालय परिसर एवं अन्य स्थानों पर वृहद वृक्षारोपण चलाकर 20 हजार से अधिक पौधरोपण किया गया तथा पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने से पहाड़ों से हो रहे भूस्खलन को रोका जा सकता है। इसके साथ ही वृक्षरोपण से जल सरंक्षण एवं संवद्र्वन में भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर हम अपने सूखे हुए नौले-धारों] पौण्ड व तालाबों को फिर से जीवित कर सकते है। कहा कि पहाड़ों में पेयजल की समस्या आज एक विकराल रूप लेती जा रही है। जिसका हम वृक्ष लगाकर दीर्घकालीन समाधान कर सकते है। उन्होंने सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को खाली जमीन पर कम से कम एक-एक पौध लगाने तथा उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा। बताया कि हरेला महोत्सव 16 जुलाई से 15 अगस्त तक मनाया जायेगा। इस दौरान पूरे जिले के विभिन्न भू-भागों में नगर पालिका] नगर पंचायत] पुलिस, ईको टास्कफोर्स, शिक्षण संस्थायें] उद्यान] वन आदि विभागों के माध्यम से 3-5 लाख पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। हरेला महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी, उप वन सरंक्षक बद्रीनाथ एनएन पाण्डेय] केदारनाथ नीतू लक्ष्मी एम] अलकनंदा सुरेन्द्र प्रताप सिंह, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार]] जीएम डीआईसी डा.एमएस सजवाण] मुख्य शिक्षा अधिकारी एलएम चमोला, डीपीआरओ बीएस दुग्ताल सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।