देहरादून, नगर निकाय चुनाव की आहट के साथ ही उत्तराखंड में कांग्रेस ने कमर कस ली है। राजधानी दून में पार्टी पदाधिकारियों की बैठकों का दौर जारी है। सोमवार को भी चुनाव की तैयारियों के संबंध में कांग्रेस भवन में जिला स्तर की बैठकें आयोजित हुई।
सोमवार को कांग्रेस भवन मेंआयोजित बैठक में पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि दो बार ऐसे मौके भी आए, जब पार्टी का आदेश मानते हुए वह पार्षद का चुनाव नहीं लडे़। मगर ये भी पार्टी के कारण ही संभव हुआ कि वह तीन बार पार्षद बने और एक बार विधायक बनने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि टिकट किसी एक ही को मिलेगा। मगर हमें आपसी गुटबाजी को भूलना होगा।
उन्होंने जिक्र किया कि जब वह 2012 में विधायक का चुनाव लड़ रहे थे, तो पार्टी के कुछ लोगों ने ही उनका नामांकन निरस्त करा दिया था। कानूनी लड़ाई लड़कर वह चुनाव में उतरे थे। जब राजकुमार ने बोलना बंद किया, तो कांग्रेस के एक नेता ने सफाई देनी शुरू कर दी। इस पर बैठक का माहौल बदल गया। इस पर हो-हल्ला भी शुरू हो गया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना पड़ा, तब मामला शांत हुआ। बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि एकजुटता से चुनाव लड़ा जाएगा तो नगर निगम में कांग्रेस का कब्जा होगा। इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने दून नगर निगम के पूर्व पार्षदों, दावेदारों के साथ कांग्रेस भवन में बैठक आयोजित की थी। प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष के साथ ही पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी इस बैठक में शामिल हुए थे।