–जिलाधिकारी के नेतृत्व में तिलवाड़ा सुमाड़ी में चलाया सफाई अभियान
रुद्रप्रयाग, सिंचाई विभाग की ओर से नमामि गंगे के तहत जिलाधिकारी की अगुवाई में स्कूली बच्चों, स्थानीय लोगों, अधिकारियों, कर्मचारियों ने पेट्रोल पम्प से तिलवाड़ा सुमाडी होते हुए सुमाड़ी जैली मार्ग तक स्वच्छता जनजागरूकता रैली निकाली। इसके पश्चात क्षेत्र में वृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें तिलवाडा-सुमाडी क्षेत्र से पचास व सूर्यप्रयाग घाट में बीस से अधिक कूडे़ के कट्टे एकत्रित किये गये। इस अवसर पर अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली बच्चों के साथ ही जनप्रतिनिधि, स्थानीय लोगों एवं व्यापरियों ने मां गंगा के समक्ष स्वच्छता की शपथ ली।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने गंगा जल के धार्मिक महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। गंगा जल के वैज्ञानिक महत्व के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि गंगा जल में बैक्टिरिया फेज नामक विषाणु पाया जाता है जो कि जल में उपस्थित समस्त जीवाणु को खा देता है। इस कारण गंगा जल कई वर्षो तक रखने के बावजूद खराब नहीं होता। कूडे के निस्तारण के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि कूड़ादान में कूडा इकट्ठा करने के साथ ही समय पर कूडे़ का निस्तारण आवश्यक है। समय पर कूडे़ का निस्तारण करने से ही स्वच्छता कायम रहेगाी। कूडे़ को अजैविक व जैविक पदार्थो को अलग-अलग कर कूडे़ को देने से कूडे का भी समुचित प्रयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर सूर्यप्रयाग के पास जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण किया गया। स्वच्छता की जनजागरुकता के लिए हरीश भारती की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। सुमाडी वेडिंग प्वाइंट में गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। इस दौरान स्वच्छता के विषय पर अन्तर विद्यालयी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में आदर्श, वन्दना व अक्षया ने क्रमषः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। ग्रामीण महिलाओं ने स्वच्छता प्रतिभाग करने पर बबली देवी, देता देवी, षषि देवी को उपहार व प्रशस्ति-पत्र भंेट किया। अपने वक्तव्यों में स्कूली बच्चों द्वारा स्वच्छता के सम्बन्ध में आत्मनिर्भर रहने की बात कही। कहा कि अपनी गंदगी स्वंय साफ की जानी चाहिए, इसके लिए किसी सरकार तंत्र पर निर्भर रहना गलत है। इस अवसर पर नमामि गंगे दिल्ली से डाॅ संदीप बोहरा, पर्यावरणविद् जगत सिंह जंगली, प्रधान सुमाडी गणेशी देवी, चिरंजीवी सेमवाल, मुकेश कंडारी, डीएफओ मंयक शेखर, एसडीएम सदर देवानंद, डीडीओ एएस गुंज्याल, परियोजना प्रबन्धक स्वजल एमएस नेगी, जिला समाज कल्याण अधिकारी बीएस रावत, डीडीएमओ हरीश चन्द्र सहित अधिकारी, कर्मचारी व ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सहायक अभियंता सिंचाई मोहन सिंह बुटोला ने किया।