हिंदी पखवाडे़ के तहत विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित 
देहरादून,  हिन्दी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से भारतीय वानिकी अनुसन्धान एवं शिक्षा परिषद् में 14 से 28 सितम्बर तक हिन्दी पखवाड़ा आयोजित किया गया। 28 सितम्बर को भा.वा.अ.शि.प. के सभागार में स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता के साथ समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डाॅ. सुरेश गैरोला, महानिदेशक, भा.वा.अ.षि.प., देहरादून मुख्य अतिथि थे। 

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए डाॅ. सुरेश गैरोला, महानिदेशक, भा.वा.अ.षि.प. ने कहा कि विगत पखवाड़े के दौरान हिन्दी के उपयोग में आशातीत वृद्धि हुई है और अब आवश्यकता है कि हिन्दी के प्रयोग की गति को सरकार द्वारा नियत लक्ष्यों की प्राप्ति तक बरकरार रखा जाए। उन्होंने जोर देते हुआ कहा कि राजभाषा का कार्यान्वयन हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। ए.एस. रावत उप महानिदेषक (प्रशासन) ने स्वागत भाषण के दौरान राजभाषा हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हिन्दी पखवाड़ा के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं का विवरण देते हुए बताया कि इस वर्ष हिन्दी पखवाड़ा के दौरान 7 प्रतियोगिताएं यथा, टिप्पण लेखन, निबंध, अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद, कम्प्यूटर पर हिन्दी टंकण, वाद-विवाद, राजभाषा हिन्दी प्रश्नोतरी (क्विज) एवं स्वरचित हिन्दी काव्यपाठ आयोजित की गईं, जिनमें कुल 68 प्रतिभागियों ने अत्यंत उत्साह से भाग लिया। उन्होने सूचित किया कि भा.वा.अ.शि.प. राजभाषा पुरस्कारों केे अंतर्गत ’क’ क्षेत्र स्थित शुष्क वन अनुसंधान संस्थान, जोधपुर को तथा ’ग’ क्षेत्र स्थित काष्ठ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, बंगलुरू को हिन्दी कार्यान्वयन में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2017-18 का राजभाषा पुरस्कार दिया गया। मुख्यालय में कार्मिकों को दिए जाने वाला पुरस्कार श्री अनिल रावत, उच्च श्रेणी लिपिक, लेखा कार्यालय, प्रशासन निदेशालय, भा.वा.अ.शि.प. को दिया गया।

स्वागत भाशण के उपरांत स्वरचित काव्यपाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि डाॅ. सुरेश गैरोला, महानिदेषक, भा.वा.अ.शि.प. के करकमलों द्वारा पुरस्कार प्रदान किये गये। श्री एस.डी. शर्मा, उप महानिदेशक (अनुसंधान), भा.वा.अ.शि.प. ने इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए हिन्दी के निरंतर उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

समारोह का समापन डाॅ. शामिला कालिया, सहायक महानिदेशक (मीडिया एवं विस्तार) द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। समापन समारोह में लगभग 100 अधिकारी/वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।