हल्द्वानी, बाघ व गुलदारों मौतों की जांच करने आई सीबीआइ टीम ने अब वन विभाग से नए सिरे से डाटा मांगा है। हर केस की अलग-अलग फाइल तैयार करने के बाद सत्यापित कर देने को कहा गया है।
कॉर्बेट पार्क समेत अन्य जगहों पर गुलदार व बाघों की मौत को लेकर हाई कोर्ट की सख्ती, जांच के आदेश पर बीते सोमवार को तीन सदस्यीय सीबीआइ टीम हल्द्वानी पहुंची थी। सबसे पहले तराई पूर्वी वन प्रभाग का डाटा मांग गया। इसके बाद हल्द्वानी व तराई केंद्रीय डिवीजन से जानकारी जुटाई गई। सूत्रों की मानें तो टीम ने अब दोबारा से रिकॉर्ड तलब किया है। इसके तहत बीते पांच सालों में गुलदार व बाघों की मौत के जितने भी मामले हुए है, उनकी अलग-अलग हिस्ट्री तैयार की जा रही है। फाइल में कितने पन्ने हैं, किसके द्वारा तैयार की गई जैसी जानकारी इसमें शामिल रहेंगी। पांच साल में इतनी घटनाएंतराई केंद्रीय वन प्रभाग में बीते पांच साल में 12 गुलदार व पांच बाघों की मौत हुई है। इसके अलावा वनकर्मियों नें तीन गुलदार व एक बाघ की खाल तस्करों से बरामद की। इनका शिकार अन्य डिवीजन में हुआ था।