ऋषिकेश, यमकेश्वर प्रखंड के धमांद कोठार गांव में अवैध सड़क निर्माण के खिलाफ सात दिन से अनशन कर रहे आंदोलनकारी क्रांति कपरवान को प्रशासन व पुलिस की टीम ने जबरन उठाकर चिकित्सालय में भर्ती करा दिया। क्षेत्रीय विधायक रितु खंडूड़ी ने जिलाधिकारी से उक्त जेसीबी कब्जे में लेने और जिन ग्रामीणों की भूमि पर कब्जा हुआ है, उस पर जांच कर कार्रवाई करने के लिए लिखा है। धमांद में एक रसूखदार द्वारा बनाए जा रहे संस्थान के लिए ग्रामीणों की भूमि पर जबरन जेसीबी चलाने और अवैध सड़क निर्माण का आरोप लगाते हुए झिलमिल गुफा के समीप स्थानीय लोगों ने आंदोलन शुरू किया था। सात दिनों से अनशन पर बैठे क्रांति कपरवान को बीती देर रात साढ़े बारह बजे उप जिलाधिकारी यमेश्वर किशन सिंह नेगी, थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला प्रदीप कुमार राणा के साथ पुलिस और प्रशासन की टीम ने जबरन उठाया और राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती करा दिया। मौके पर कोठार निवासी महिपाल सिंह पयाल अनशन पर बैठ गए। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए क्षेत्रीय विधायक रितु खंडूड़ी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर झिलमिल गुफा धमांद के पास पहाड़ी पर खड़ी बिना नंबर की जेसीबी को कब्जे में लिए जाने के लिए कहा। विधायक ने एक अन्य पत्र में अवगत कराया कि हरिकृष्ण शर्मा ग्राम बसटोला के साथ ब्रजेश भूषण ग्राम दिउली ने उनकी भूमि पर अवैध कटान कर सड़क निर्माण की जानकारी दी है। इस संबंध में पुख्ता जानकारी हासिल कर कार्रवाई की जाए। विधायक प्रतिनिधि विजेंद्र सिंह बिष्ट और मीडिया प्रभारी अलकेश कुकरेती ने अनशनकारी क्रांति कपरवान व ग्रामीणों से वार्ता की। उन्होंने बताया कि उप जिलाधिकारी यमकेश्वर शनिवार की सुबह नौ बजे जेसीबी को अपने कब्जे में लेकर अनशन समाप्त कराएंगे।