रुड़की, भारतीय रमाबाई अम्बेडकर महासभा की ओर से संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में संविधान की रक्षा और दलितों की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम में विभन्नि क्षेत्रों से लोगों ने भागीदारी की।
रुड़की के नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन संविधान रचियता बाबा साहेब आंबेडकर, महात्मा बुद्ध और संत रविदास को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनुस्वरूप ने कहा कि बाबा साहब ने महिलाओं और दलितों के उत्थान के लिए कई कार्य किए। आज मानुवादी ताकतें फिर से मजबूत हो रही है। आज जरूरत है कि इनके खिलाफ लड़ाई लड़ने की। उन्होंने कहा कि आज भी दलित समाज शिक्षा, रोजगार समेत विभिन्न क्षेत्रों में पिछड़ा हुआ है। आज शिक्षित होना जरूरी हो गया है। शिक्षित वह है जो सही गलत समझ सके और अपने हक की लड़ाई लड़ सके। बाबा साहब ने जो अधिकार हमें दिए उसे समझना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास वोट की ताकत है। उसे समझें और कच्चे लालच में उसे न बेचकर अपने हितों की लड़ाई लड़ने वाले व्यक्ति को चुनना होगा। उन्होंने युवाओं और समाज के लोगों को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। प्रदेश अध्यक्ष राजू सिंह विराटिया ने कहा कि महासभा दलितों के अधिकार उन तक पहुंचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश के कुछ लोग संविधान को समाप्त करना चाहते हैं। आदित्य स्वरूप ने कहा कि बाबा साहब के सपनों को हमें साकार करना है। इस संविधान की बदौलत ही हम अपने मौलिक अधिकारों को बचा पाए हैं। एडवोकेट विनोद आजाद ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान में सर्वसमाज को सम्मान देने का काम किया। इस अवसर पर एडवोकेट आजाद सिंह, उमेश कुमार, मोहित कर्णवाल, मुकेश बोस, राकेश कुमार कश्यप, सुभाष चंचल, बिजेंद्र सिंह, मेनवाल सिंह , वशिष्ठ पासवान, राकेश कुमार, मेनपाल, नरेश खत्री, युद्धवीर सिंह, अजित कुमार, उस्मान मलिक, शमीम, अंकित, उल्फत,अनुज अष्ठवाल, रीता, मेलाराम प्रजापति, फैजाल, आरिफ, बाबू, कामरान, उस्मान, बिजेंद्र सिंह,राजेन्द्र दोहरे, बलराम, देवेंद्र सिंह, मनमोहन सिंह, कामता प्रसाद आदि लोग शामिल रहे।