गैरसैंण राजधानी के लिए एकजुट होने की अपी
रामनगर । स्थायी राजधानी गैरसैंण समेत पहाड़ के तमाम मुद्दों को लेकर पंचेश्वर से उत्तरकाशी तक की जनसंवाद यात्रा रामनगर पहुंची. यात्रा में शामिल आंदोलनकारियों ने डेल्टा कंपनी के आंदोलनरत मज़दूरों को अपना समर्थन दिया. यात्रा के संयोजक चारु तिवारी ने कहा कि मज़दूरों का आंदोलन उत्तराखंड सरकार के औद्योगिक विकास के खोखले दावे की हक़ीक़त को उजागर करता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं का कंपनियों में जिस तरह शोषण किया जा रहा है उसके खिलाफ पूरा पहाड़ खड़ा होगा.
    आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी ने कहा कि मजदूरों के हक़ की लड़ाई पूरी शिद्दत के साथ लड़ी जाएगी. आंदोलनकारी मुनीश कुमार ने कहा कि भाजपा कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों ने पूरे प्रदेश को तबाह कर दिया है. यात्रा में शामिल अधिवक्ता चंद्र शेखर करगेती ने स्थायी राजधानी गैरसैंण को पहाड़ की आत्मा बताते हुए कहा कि सरकार को ग्रीष्मक़ालीन-शीतकालीन की सनक छोड़ कर गैरसैंण को प्रदेश की स्थायी राजधानी घोषित करनी होगी.
आंदोलनकारी प्रदीप सती ने कहा कि जिस उत्साह के साथ यात्रा को लोग समर्थन दे रहे हैं उससे साफ़ है कि पहाड़ वासी कांग्रेस-भाजपा के पाखंड को समझने लगे हैं. उन्होंने कहा कि स्थायी राजधानी गैरसैंण, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन और नए जिलों के गठन समेत तमाम ज्वलंत मुद्दों को लेकर पंचेश्वर से लेकर उत्तरकाशी तक की जा रही यह संवाद यात्रा सत्ताधारियों के लिए एक अल्टीमेटम है. गैरसैंण को स्थायी राजधानी देखने के लिए पूरा पहाड़ लामबंद होने लगा है. त्रिवेंद्र सरकार को जितनी जल्दी हो यह बात समझ लेनी चाहिए वरना पहाड़ की जनता उन्हें इतिहास के कूड़ेदान में फैंक देगी.
जिला पंचायत अल्मोड़ा के जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के मूल भूत सवालों को लेकर हुक्मरानों ने पिछले अट्ठारह वर्षों में उत्तराखंड की जनता को जिस तरह छला है उसको लेकर सवाल पूछने का वक्त आ गया है. पिथौरागढ़ के छात्र मुकुल भट्ट और जगदीश ने कहा कि पहाड़ी प्रदेश की राजधानी गैरसैंण में हो यह राज्य आंदोलन के वक्त से ही जनता की मांग थी लेकिन भाजपा-कांग्रेस ने लगातार इस मांग को हाशिए पर धकेला. उन्होंने कहागैरसैंण को राजधानी बनाने के लिए सभी से एकजुट होने की अपील की. गैरसैंण से आए आंदोलनकारी नारायण सिंह बिष्ट ने कहा कि गैरसैंण राजधानी की मांग की अनदेखी से साबित होता है कि पहाड़ सरकार के एजेंडे में नहीं है. इस अवसर पर उमेश पंत, मनीष सुंदरियाल, कमल मठपाल, सोनी पटवाल , कपिल शर्मा, इंद्र सिंह मनराल, पान सिंह, कमला देवी, सरस्वती जोशी, फ़ज़ल खान, आदि मौजूद थे.