देहरादून, राज्य सहकारी दुग्ध संघ के चुनाव में भाजपा की किरकिरी कराने वालों पर गाज गिरजी शुरू हो गई है। शासन ने चमोली के दुग्ध संघ अध्यक्ष को हटा दिया है। माना जा रहा है कि अभी यूसीडीएफ में पदों पर काबिज अन्य कई भाजपा नेताओं पर गाज गिर सकती है।
राज्य सहकारी दुग्ध संघ (यूसीडीएफ ) के चुनाव 14 दिसंबर को हुए थे। चुनाव के दौरान यूसीडीएफ में दुग्ध संघ से चुनकर आए भाजपा समर्थित सदस्यों ने जमकर क्रास वोटिंग की। इससे बोर्ड में कांग्रेस का कब्जा हो गया था। दूसरे दिन अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा नेताओं ने एड़ी-चोटी का जोर लगाकर किसी तरह बोर्ड अध्यक्ष का पद बचाया लेकिन उपाध्यक्ष पद फिर भी इन्हें कांग्रेस को देना पड़ा। इस हार के बाद से ही भाजपा खेल बिगाड़ने वाले नेताओं को ढूंढ रही थी। भाजपा सूत्रों की माने तो इस पूरे समीकरण में दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ चमोली के अध्यक्ष धन सिंह नेगी का नाम सामने आ रहा था। इसी के साथ ही दुग्ध संघ से जुड़े भाजपा के तीन और नेताओं का भी नाम सामने आ रहा है। चमोली दुग्ध संघ के सदस्य के रूप में धन सिंह का मनोनयन शासन की ओर से हुआ था। इसके बाद ये चमोली दुग्ध संघ के अध्यक्ष बने थे। अब 24 दिसंबर को शासन के सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने प्रबंध कार्यकारिणी के रूप में गैर सरकारी सदस्य का नामांकन तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। इसी के साथ ही वह अध्यक्ष पद से भी हट गए हैं।