देहरादून, उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मीडिया से अनौपचारिक वार्ता के दौरान कहा कि नैनीताल उत्तराखण्ड का हृदय है। पर्यटन के क्षेत्र में पिछले कुछ समय में बहुत अच्छा कार्य हुआ है जिस कारण उत्तराखण्ड में पर्यटन बढ़ा है। उन्होंने कहा कि नैनीताल में बहुत से दर्शनीय स्थल हैं, परन्तु अभी भी बहुत से ऐसे स्थल हैं जिन्हें विकसित किए जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने पत्रकारों से राज्य में नये पर्यटन क्षेत्र विकसित किए जाने हेतु सुझाव माँगते हुए कहा कि राज्य सरकार और पत्रकार राज्य के विकास के लिए कार्य करते हैं। हम सबको राज्य के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक स्थिति के कारण प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव रहता है। नैनीताल में भी कुछ ऐसी भूस्खलन की घटनाएँ हुयी है, जिनके उपचार हेतु राज्य सरकार प्रयास कर रही है। राज्यपाल ने नैनीताल में पाॅलीथीन पर पूर्ण प्रतिबन्ध एवं स्थानीय लोगों द्वारा इस पर पूर्ण सहयोग दिये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पाॅलीथीन पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध तभी सम्भव है, जब इसमें जनता का सहयोग मिलेगा। इससे पूर्व, आयुक्त कुमाऊँ मण्डल राजेश रौतेला एवं आई.जी. पूरन सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य का राजभवन में स्वागत किया।