देहरादून, टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यों के अंतर्गत “अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान” ऋषिकेश को प्रदत्त एम्बुलेन्स का टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक डी.वी. सिंह एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के निदेशक डा. रविकान्त द्वारा संयुक्त रूप से शुभारम्भ किया गया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. रविकान्त द्वारा इस नेक कार्य हेतु टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक, डी.वी. सिंह को धन्यवाद दिया गया एवं टिहरी परियोजना से प्रभावित व्यक्तियों को चिकित्सा सम्बन्धी यथा सम्भव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया।
इस अवसर पर टीएचडीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी) एच.एल. अरोड़ा निदेशक (कार्मिक) विजय गोयल, अधिशासी निदेशक (सा. एवं पर्या.) एच.एल. भारज, महाप्रबन्धक (सा. एवं पर्या.) शैलेन्द्र सिंह, मुख्घ्य वित्घ्त अधिकारी जे. बेहरा व डा. विभा चैधरी, एम्स संस्थान के डा. ब्रह्म प्रकाश, डा. सुरेखा किशोर, डा. सुबोध, डा. सन्तोष आदि उपस्थित थे। टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक डी.वी. सिंह द्वारा अवगत करवाया गया कि यह एम्बुलेन्स आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है, एवं इस पर कुल रूपये 15.66 लाख का व्यय आया है। यह एम्बुलेन्स जन मानस को स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाएं उपलब्ध करवाने में सहायक होगी। डी.वी. सिंह द्वारा यह भी अवगत करवाया कि टीएचडीसीआईएल द्वारा ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माणध्संचालन के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व संबन्धी कार्यकलाप भी किए जा रहे हैं जिसके अन्तर्गत स्वास्थ्य संबन्धी कार्यो को विशेष रूप से सम्पादित किया जा रहा है। इसी क्रम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के साथ दो एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किए गए है। जिनके अन्तर्गत ऋषिकेश एवं टिहरी जिले में समय-समय पर बहुविशेष चिकित्सा शिविर संचालित किए जाएंगें। अभी तक 02 बहु-विशेषता चिकित्सा शिविर टिहरी जिले में लगाए जा चुके है। टीएचडीसीआईएल भागीरथी पुरम्, टिहरी में प्रतिनियुक्त चिकित्सा अधिकारियों, सेवा-टीएचडीसी और निर्मल नेत्र चिकित्सालय, रोटरी इटंरनेशलन के सयुक्घ्त प्रयासों से भी समय-समय पर टिहरी जिले के दूरस्थ स्थानों पर चिकित्सा शिविर संचालित किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अन्तर्गत ही टिहरी जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाने के आशय से स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड सरकार के समन्वय से 20 टेलीमेडिसन सेन्टर स्थापित किए जा चुके हैं एवं अन्य 20 टेलीमेडिसन सेन्टरों की स्थापना गतिमान है। टीएचडीसीआईएल द्वारा टिहरी जिले के दूरस्थ दीनगांव में एलोपैथिक डिस्पेन्सरी का संचालन किया जा रहा हैं जिससे कि आस-पास के लगभग 40 गांव लाभान्वित हो रहे हैं। साथ ही टिहरी जिले में चार स्थानों एवं ऋषिकेश में एक स्थान पर निःशुल्क होम्योपैथिक औषधालय का संचालन भी किया जा रहा है। टीएचडीसीआईएल द्वारा जनमानस हेतु उपलब्ध करवायी जा रही सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में 2009 से अभी तक 7 लाख से अधिक ओ0पी0डी0 दर्ज हो चुकीं है, जो कि बहुत ही हर्ष और संतुष्टि की बात है।