देहरादून, ।देवभूमि खबर । एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर दूनवासियों की अवैध रूप से निकाली गई रकम पुलिस की कार्रवाई के चलते वापस आ गई है। अब नियमानुसार कार्यवाही कर पीड़ितों के खातों रकम जमा की जायेगी।
पुलिस सुचना प्राप्त हुई कि विभिन्न बैंकों के एटीएम की क्लोंनिग कर खाताधारकों की धनराशि संदिग्धों ने अवैध रूप से निकाली जा रही है, जिस पर पुलिस एवं एसटीएफ ने पीड़ितों की तहरीर पर एफआईआर पंजीकृत कराते हुये तत्काल कार्रवाई की गई। वर्तमान तक अभियुक्तों ने पीड़ितों के कुल 30 लाख रुपये निकाले गये। घटना की गम्भीरता के देखते हुए एवं घटना के शीघ्र खुलासे के लिए अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था के दिशा निर्देशन में देहरादून पुलिस एवं एसटीएफ की टीम का गठन किया गया।
गठित टीम द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुये पीड़ित व्यक्तियों के खाते से हुये ट्रांजक्शन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई है तथा उन एटीएम को चिन्हित किया गया है जहां पर क्लोंनिग की घटना घटित हुई है। घटना में प्रयुक्त विभिन्न एटीएम से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त की गई। जांच के दौरान प्रकाश में आया कि अभियुक्त द्वारा चिन्हित किये गये एटीएम में स्कीमर डिवाईस लगाकर खाताधारकों का सम्पूर्ण डाटा प्राप्त किया गया तथा प्राप्त डाटा के अनुसार अभियुक्तों द्वारा खाताधारकों की एटीएम क्लोंनिंग कर जयपुर के विभिन्न एटीएम से पीड़ितों की धनराशि निकाली गई है, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुये साक्ष्य जुटाने के लिए एक टीम को जयपुर भेजा गया। गठित टीम द्वारा प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से अवलोकन करने पर प्रकाश में आया कि 1 से 8 जुलाई तक अभियुक्तों ने एटीएम क्लोनिंग की घटना की गई थी। घटना के आधार पर अभियुक्तों के रूकने के ठिकानों के सम्बन्ध में देहरादून के कुछ होटल एवं धर्मशालाओं की जानकारी भी प्राप्त की गई, जो सम्बन्धित एटीएम के आस-पास थे। उक्त होटल व धर्मशालाओं से कुछ संदिग्ध लोगों के रूकने की जानकारी प्राप्त हुई है। वहां से सीसीटीवी फुटेज व अन्य दस्तावेज प्राप्त किये गये है। इसके साथ ही होटल एवं धर्मशालाओं से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का मिलान बैंकों के सीसीटीवी फुटेज से किया गया जिसमें कुछ अभियुक्तों के फोटोग्राफ एवं आईडी प्राप्त हुये। पुलिस को प्राप्त हुये कुछ संदिग्धों के मोबाइल नम्बरों का तकनीकी विश्लेषण अभियुक्तों की लोकेशन झझर, रोहतक व हरियाणा के अन्य जनपदों व आस-पास के क्षेत्रों मे पाई गई। एसटीएफ पुलिस टीम को दबिश के दौरान एक संगठित गिरोह के कुछ सदस्यों के नाम सामने आये हैं, जिनमें रामबीर निवासी झझर, हरियाणा, सुदेश, निवासी झझर, हरियाणा, जगमोहन, निवासी झझर, हरियाणा इन्होंने घटना को अंजाम देने के लिए सबसे पहले 4 जुलाई को 1000 रुपये से एक खाता खुलवाया गया। 1 से 8 जुलाई के बीच देहरादून में ही रहकर एटीएम में स्कीमर लगाकर क्लोंनिंग की गई इसके बाद जयपुर में जाकर खाताधारकों की धनराशि निकाली गई। उसके बाद आरटीजीएस के माध्यम से उपरोक्त अभियुक्तों के विभिन्न खातों में 11 लाख, 7 लाख, 5 लाख, 2 लाख, 9 लाख कुल 34 लाख रुपये जमा कराये गये। उक्त बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। पीड़ितों की निकाली गई समस्त धनराशि पुलिस ने प्राप्त कर ली है। जिसे नियमानुसार सम्बन्धित को वापस किया जायेगा। उपरोक्त अभियुक्तों की तलाश में पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों में दबिश दी जा रही है। इसके अलवा घटना में एक महिला का सम्मिलित होना भी प्रकाश में आया है, जिसकी भूमिका की जांच की जा रही है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अजय सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ के नेतृत्व में एसटीएफ एवं जनपद देहरादून के निरीक्षक, उपनिरीक्षकों एवं आरक्षियों की अलग-अलग टीम बनाकर सम्बन्धित राज्यों के लिये रवाना की गई हैं।