बागेश्वर, जिले में इंडेन रसोई गैस की किल्लत शुरू हो गई है। सितंबर से लगातार बटलिंग प्लांट से गाड़ियां कम आ रही हैं। जिससे सिलेंडरों का बैकलॉग एक हजार के पार पहुंच गया है। एजेंसी ने भी सिलेंडर देने से इन्कार कर दिया है। सबसे अधिक नए कनेक्शन, उज्ज्वला योजना प्रभावित हो रही है। जिले की रसोई गैस वितरण का जिम्मा केएमबीएन के पास है। यहां नगर में रसोई गैस की एजेंसी है, इसके अलावा गरुड़, कांडा और कपकोट में भी एजेंसियां हैं। शहर के लिए प्रतिदिन दो गाड़ियां आती हैं। एक गाड़ी में करीब 150 सिलेंडर होते हैं, लेकिन सितंबर से प्रतिदिन एक गाड़ी आ रही है। जिससे गैस का बैकलॉग बढ़ते जहा रहा है। एजेंसी ने भी सिलेंडर देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। जिससे उपभोक्ताओं की दिक्कतें बढ़ने लगी हैं। ये योजनाएं प्रभावित केंद्र और राज्य सरकार की उज्ज्वला योजना प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है। हालांकि गैस एजेंसी ने तीन हजार नए कनेक्शन दे दिए हैं। यदि रसोई गैस का बैकलॉग आने वाले दिनों में बढ़ता है इस योजना के अलावा नए साधारण कनेक्शन भी प्रभावित होने की संभावना बनी हुई है।