-जिला अस्पताल की लापरवाही से मृतक एवं उसके बच्चे की मृत्यु की उच्चस्तरीय जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाय
-रुद्रप्रयाग बाजार में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए तोड़ी जा रही दुकानों के एवज में नगरपालिका की दुकानों में स्थान दिया जाएगा
मंच ने अपना यह अनुरोध फिर दोहराया कि जाँच के नाम पर स्कूल का निर्माण-कार्य प्रभावित नहीं होना चाहिए और प्रयास यह होना चाहिए कि सरकार इसके लिए धनराशि जारी करे तथा निर्माण शीघ्र आरम्भ हो ताकि अगले वर्ष से इसमें कक्षाएं संचालित होनी आरम्भ हों। जिला अस्पताल की लापरवाही से मृतक एवं उसके बच्चे की मृत्यु की उच्चस्तरीय जाँच की माँग दोहराते हुए प्रतिनिधि-मंडल ने माँग की कि महानिदेशक द्वारा कराई गई जाँच की रिपोर्ट शीघ्र सार्वजनिक की जाय तथा प्रभावित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाय। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में महानिदेशक से वार्ता की जायेगी और जैसे ही प्रभावित परिवार की ओर से आर्थिक सहायता का पत्र प्राप्त होगा, उसे आवश्यक कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा जाएगा।
रुद्रप्रयाग बाजार में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए तोड़ी जा रही दुकानों के पुनर्वास के सवाल पर जिलाधिकारी श्री घिल्डियाल ने आश्वासन दिया कि उन्हें नगरपालिका की दुकानों में स्थान दिया जाएगा और इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। नरकोटा में जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री तथा प्राधिकरण द्वारा नवनिर्मित मकानों के चालान के प्रकरणों पर न्यायसंगत ढंग से विचार करने की माँग पर भी जिलाधिकारी ने समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़ी, अधिवक्ता केपी ढ़ौंडियाल, प्यार सिंह नेगी, केशव नौटियाल, योगेश जुयाल आदि मौजूद थे।