रुद्रपुर, विभिन्न मांगों को लेकर आल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियन्स के बैनर तले जनपद भर से आयी भारी संख्या में आशा कार्यकत्रियों ने जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इससे पूर्व कार्यकत्रियां गांधीपार्क में एकत्र हुईं जहां आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए ममता पानू ने कहा कि सरकार खोखली घोषणाएं कर आशाओं को झूठे आश्वासन दे रही है।
आशाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देकर 18 हजार रूपए न्यूनतम मासिक वेतन दिया जाये, प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप ने कहा कि सरकार आशाओं के साथ धोखाधड़ी कर रही है जिसके खिलाफ आंदोलन तेज किया जायेगा। प्रदेश महामंत्री कैलाश पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आशाओं के साथ बातचीत करने के नाम पर मानदेय दोगुना करने की बात कही लेकिन अभी तक कोई रूपया नहीं बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि मोदी की घोषणा चुनावी स्टंट से अधिक नहीं है। कार्यकत्रियों ने आशाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित कर 18हजार रूपए न्यूनतम मासिक वेतन देने, हेल्थ कार्ड सर्वे ेतु दैनिक दिहाड़ी और भत्ता देने, आशाओं का पूर्व का बकाया प्रोत्साहन राशि व अन्य मदों का पैसा आशाओं के खाते में समायोजित करने तथा सभी राजकीय चिकित्सालयों में आशा गृहों का निर्माण करने की मांग उठायी। सभा को कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया जिसके बाद सैकड़ों कार्यकत्रियां नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में रवाना हुईं। जुलूस मुख्य मार्ग होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस दौरान जिला महामंत्री कुलविंदर कौर, कमलेश कौर, ज्योति, मीरा पाल, काजल, आशा, नीलम, शोभा देवी, सीमा कौर, मनेती देवी, जसोदा देवी, सत्यवती, सुरेंद्र सिंह, रामवती, सुशीला देवी, कुसुम देवी, सावित्री, अनीता बिष्ट, ममता जोशी, माया, कमला, चम्पा कांडपाल, मीनू सरकार, ममता राय, कनकलता, मालती, सितारा देवी, मीरा, ज्योत्सना, रीना आदि मौजूद थे।