रुड़की, भगवान बुद्ध की जन्मस्थली सिद्धार्थनगर के इटवा बाजार में हुए तथागत अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में उत्तराखंड से गये राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ व विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उत्तराखण्ड प्रभारी साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन को असम से पधारी साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय तथागत विशिष्ट साहित्य सम्मान से शाल, प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 

    यह सम्मान उन्हें कामनवैल्थ वोकेशनल विश्वविद्यालय टोंगा के डीन डॉ वेगराज सिंह, लखनऊ के जाने माने साहित्यकार डॉ राजेन्द्र परदेशी, नेपाल की अभिनेत्री मंजु श्री प्रधान, दार्जिलिंग से आईं कमला तमांग और आसाम से आई कवियत्री तूलिका सेतिया ने संयुक्त रूप से प्रदान किया। इस अवसर पर डॉ अरुण व नारसन के साथ ही मंचासीन अतिथियों ने कई हिंदी व नेपाली भाषा की पुस्तकों का विमोचन भी किया। इस साहित्यिक समागम में आयोजक डॉ भास्कर शर्मा,नेपाल में भारत के दूतावास हिंदी अधिकारी रघुवीर शर्मा, भागलपुर से आये महेंद्र मयंक, नोएडा के उपजिला अधिकारी शैलेन्द्र भाटिया आदि मौजूद रहे। डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा व श्रीगोपाल नारसन को अंतरराष्ट्रीय तथागत साहित्य सम्मान से विभूषित होने पर अनेक साहित्यकारों, लेखको, कवियों ने उन्हें बधाई दी है। बधाई देने वालो में साहित्यकार एवम सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत, जनकवि डॉ अतुल शर्मा, डॉ धनन्जय सिंह, विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के कुल सचिव डॉ देवेंद्र नाथ शाह आदि शामिल है।