देहरादून, नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के नेहरु कोलोनी स्थित कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए गए ज्ञापन व शिक्षा विभाग द्वारा ज्ञापन का संज्ञान लेते हुए की गई कार्यवाही के विषय मे चर्चा हुई। शिकायत पर शिक्षा विभाग की कार्यवाही से अभिभावक संघ नाराज है।
इस अवसर पर बैठक में सभी स्कूलों के अभिभावकों का ये मानना था कि शिक्षा विभाग द्वारा फिर से अभिभावकों का पक्ष न रखते हुए बस नोटिस जारी कर दिया यही नोटिस और जांच का कार्य अप्रैल 2017 से चला आ रहा है। अभिभावक शिकायत करते हैं और शिक्षा विभाग सिर्फ नोटिस भेजता है और जांच करता है। वहीं एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान का कहना है कि जो रायपुर खण्ड शिक्षा अधिकारी इस जांच के लिए नियुक्त किये गए हैं वो पूर्व मे भी इन सब स्कूलों के जांच अधिकारी रहे हैं और उनकी जांच मे हमेशा ही अभिभावकों की शिकायत निराधार होती हैं और स्कूल का पक्ष एक दम सही होता है। बैठक में आरिफ खान का कहना है कि यदि जो भी जांच अधिकारी जब किसी भी स्कूल मे जांच के लिए जाए तो वहां पर उस स्कूल के जिन अभिभावकों द्वारा शिकायत की गई है उनको भी बुलाना चाहिए ताकि जांच की पारदर्शिता बनी रहे और शिकायत करता भी जांच से संतुष्ट हो जाये जब दोनो पक्ष आमने सामने होंगे तो जांच अधिकारी को भी ज्यादा परेशानी नही उठानी पड़ेगी और अभिभावकों को भी शिक्षा विभाग द्वारा की गई कार्यवाही से सन्तुष्टि मिल जाएगी अब देखना यह है कि आखिर शिक्षा विभाग कितना अभिभावकों के प्रति अपना कर्तव्य समझता है और कितना सहयोग करता है। वहीं द इंडियन एकेडमी नेहरुग्राम के अभिभावकों का आरोप है कि बीते दिनों शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल को नोटिस जारी हुआ तो स्कूल ने बच्चों को नोटिस जारी कर दिए जिसमंे उन्हें एनुअल शुल्क जमा न करने के कारण परीक्षा में न बैठने की धमकी दी गयी है। इससे प्रतीत होता है कि निजी स्कूलों को शिक्षा विभाग का कोई भय नही रह गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा सभी को नोटिस जारी कर अपनी ड्यूटी पूरी की गई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही स्कूलों पर कार्यवाही नहीं हुई तो सड़कों पर उतरकर जनांदोलन किया जायेगा। इस अवसर पर बैठक में अनेको अभिभावक मौजूद रहे।