अल्मोड़ा । देवभूमि खबर। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ विलुप्त हो रही संस्कृति के संरक्षण के लिए हमें मेलों के आयोजनों पर प्राथमिकता देनी होगी यह बात आज जागेश्वर में श्रावणी मेले के उद्घाटन के अवसर पर जिलाधिकारी, अध्यक्ष जागेश्वर मंदिर समिति सविन बंसल ने कही। उन्होंने कहा कि जागेश्वर मन्दिर समूह बाहरी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए बरबस ध्यान खींचता है इसके संरक्षण सहित सौन्दर्यीकरण पर हमें ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मेलांे के आयोजन हेतु वार्षिक कलैण्डर तैयार कर रहा है और इसी अनुसार पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा इनके आयोजनों हेतु बजट का प्राविधान किया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जागेश्वर क्षेत्र पर्यटन मानचित्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है अब इसे पांचवे धाम के रूप में विकसित करने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। इस क्षेत्र के सौन्र्दयकरण हेतु केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा पूर्व में महत्वाकांक्षी योजना स्वीकृत की गई थी जिस पर कार्य निरन्तर गतिमान है और मंदिर समिति द्वारा निरन्तर केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है। जागेश्वर क्षेत्र में जटा गंगा के किनारे भूमि कटाव को रोकने के लिये हमंे चैकडैम बनने के लिये प्रयास करने होंगे इसके साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो उसके लिये भी समुचित संसाधन जुटाने होंगे। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व की शुरूआत जटा गंगा में वृहद पौधरोपण कर की। इस अवसर पर उन्होनें इदादिका स्टूडियोज द्वारा जागेश्वर मन्दिर समूह के बारे में सूश्री सोनिका जोशी द्वारा बनाई गई लघु फिल्म की सीडी का विमोचन किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि मेला परिसर में सफाई व्यवस्था बनी रहे इसके लिये कूडेदानों की व्यवस्था की गई है साथ ही बायो टाॅयलेटों का निर्माण व प्लास्टिक के लिये काॅॅम्पेक्टर प्लांट भी लगाया गया है। जागेश्वर क्षेत्र में बाहर से आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिये वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र. में एक जैविक फार्म विकसित किया गया है। मेले में श्रदालुओं व पर्यटकों की परेशानी को देखते हुए शीघ्र ही धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा जिसके लिए भूमि का चयन  कर लिया गया है। उन्होने योग शिक्षा को बढावा देने के लिए मन्दिर के समीप एक ध्यान योेग कक्ष का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होने यह भी कहा मन्दिर समिति एक बैठक कर शीघ्र ही यात्रियों की सुविधा के लिए महत्तपूर्ण निर्णय लेगी।

 मेला अवधि में शराब पर पूर्ण निरन्तर रखा जायेगा साथ ही इस दौरान पेयजल व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, सड़क व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था व खाद्य आपूर्ति व्यवस्था सुव्यवस्थित बनी रहे इसके लिये सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि मेले के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालु व पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान मंदिर समिति द्वारा रखा जायेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि एक माह तक चलने वाले इस मेेले में संस्कृति गीत नाटय प्रभाग, सूचना विभाग के कलाकारों द्वारा संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि मेले में पाॅलीथीन पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। जिलाधिकारी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मेला अवधि में सड़क बाधित न हो इसके लिये जे0सी0बी0 मशीनों की व्यवस्था कर ली जाय। दुग्ध विकास के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मेला अवधि में दूध की आपूर्ति बनी रहे इसका विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मेला अवधि में पेयजल आपूर्ति बाधित न हो इसका ध्यान रखा जाय। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक स्टाॅल लगाया जाय जहां पर मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण हो सके।

जिलाधिकारी ने यह भी यह भी निर्देश दिये कि पुलिस व्यवस्था मेले में दुरूस्त रहे ताकि अपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे मेले में मिठाई, खाद््य पदार्थों की चैंकिग निरन्तर जारी रखेंगे। जिलाधिकारी ने उद्यान, कृृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि काश्तकारों को बीज, औजार सहित कीटनाशक दवाईयाॅ का वितरण भी वे मेल में स्टाल लगाकर करेंगे। उन्होंने स्वयं सहायता समूह द्वारा उत्पादित माल की भी प्रर्दशनी लगाने के निर्देश दिये साथ ही चैली ऐपण संस्था को भी अपने उत्पादों को मेंले में प्रदर्शित करने को कहा।

 इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी0 रेणुका देवी ने कहा की जागेश्वर मन्दिर समूह दुनिया की अनुठी कला कृतियों मे है यहां पर बाहर से आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका पूरा प्रयास किया जाएगा।

मुख्य विकास अधिकारी जे0एस0 नागन्याल ने बताया कि जल स्त्रोतों  को बचाने की शुरूआत जटा गंगा को पुर्नजीवित करने से की जाएगी इसके लिए कुंजापुर से लेकर मन्दिर के समीप तक 60 हेक्टेयर भूमि में पौधरोपण व तटबन्ध निर्माण का कार्य किया जाएगा। यही हरेला पर्व मनाने की परिकल्पना को वास्तव में साकार करेगी।इस अवसर पर मन्दिर समिति के उपाध्यक्ष गिरीश भट्ट ने कहा कि मन्दिर समिति द्वारा किये जा रहे कार्यो पर प्रकाश डाला और कहा कि जागेश्वर क्षेत्र में योग शिक्षा को बढावा देने के साथ ही संस्कृत विद्यालय की स्थापना की जाएगी। भाजपा नेता सुभाष पाण्डे ने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमें मेले में सहयोग देना होगा। पवन पाण्डे योगाभ्यास कर लोगांे को योग के बारे मे बताया। जीजीआईसी दन्या की छात्राओं व विहान सांस्कृतिक संस्था द्वारा रोचक कार्यक्रम किये गये। मेले के उद्घाटन के अवसर पर उपजिलाधिकारी अवधेश कुमार सिंह, परियोजना निदेशक डी0डी0 पन्त, सीएमओ डा0 निशा पाण्डे, डीएफओ आर0सी0 शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक आर0एस0 टोलिया, रमेश बहुगुणा, प्रकाश भट्ट, गिरीश भट्ट, उपाध्यक्ष राम दत्त भट््ट सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मंदिर समिति के प्रबन्धन प्रकाश भट््ट, ने किया।