रांची। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं चारा घोटाले के मुख्य आरोपी लालू प्रसाद यादव ने आज यहां आरोप लगाया कि उनके और उनके परिवार के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक विद्वेष से करायी जा रही है और उन्होंने कहा, श्हम मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन बीजेपी एवं मोदी सरकार को हटा के दम लेंगे।श् यहां चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार समेत दो कोषागारों से फर्जी ढंग से करोड़ों रुपये निकालने के दो मामलों में विशेष सीबीआई अदालतों में पेशी के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राजद अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें भाजपा और आरएसएस के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है लेकिन वह किसी से डरने वाले नहीं हैं और विपक्ष को भाजपा के खिलाफ एकजुट करने के लिए काम करते रहेंगे और इसके लिए 27 अगस्त को पटना में आयोजित रैली को और जोरशोर से आयोजित करेंगे।

लालू ने कहा, श्हमें दबाने और परेशान करने की कितनी ही कोशिश की जाये हम दबने वाले नहीं हैं। हम मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन भाजपा और मोदी सरकार को हटा के ही दम लेंगे।श् उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। तिथिवार अपनी बातें रखते हुए लालू ने कहा, श्1999 में आईआरसीटीसी का गठन किया गया। 2002 में वह सक्रिय हुई और उसे 2003 में रेलवे के दिल्ली, हावड़ा, रांची और पुरी के होटल दिये गये। उस समय केन्द्र में राजग की सरकार थी, तो गलती मैंने कैसे की?श् उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने तो रेलवे मंत्री का पद 31 मई, 2004 को संभाला और जिस मामले में सीबीआई ने आज छापे डाले हैं और जो मामले उनके और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज किये गये हैं वह सब तो उसके पहले ही हो चुका था।

उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक साजिश के तहत इस तरह की कार्रवाई करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के इशारों पर यह सब किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी अनुपस्थिति में उनके परिवार को तंग किया जा रहा है और वह भी पटना लौट कर देखते हैं कि आखिर छापेमारी में सीबीआई को उनके घर और परिवार से क्या हासिल हुआ। सीबीआई ने आज देश भर में रांची समेत पांच शहरों के 12 ठिकानों पर लालू के परिजनों और इस मामले से जुड़े लोगों के यहां छापेमारी की। सीबीआई ने दिल्ली में बताया कि उसने लालू, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और अनेक अन्य लोगों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120बी एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच के सिलसिले में आज छापेमारी की गयी है।

इस बीच झारखंड की मानव संसाधन मंत्री नीरा यादव ने आज यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि अब नीतीश कुमार को तय करना है कि उनके मंत्रिमंडल में भ्रष्टाचार के आरोपी तेजस्वी यादव रहेंगे कि नहीं तथा अब क्या वह लालू यादव के साथ रिश्ता रखना चाहेंगे कि नहीं।