देहरादून, उत्तराखंड के पूर्व दर्जाधारी मन्त्री, कांग्रेेस के मुख्य प्रचार समन्वयक और मुख्य केन्द्रीय संरक्षक चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति धीरेन्द्र प्रताप ने उत्तराखउ के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र रावत से मांग की है कि वे उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति के 18 वर्ष बाद भी राज्य आन्दोलन के दौरान मसूरी, खटीमा और मुजफ्फरनगर काण्ड में मारे गए लोगांे के हत्यारांे को सजा दिलवाए जाने हेतू तत्काल एक ‘ नए जांच आयोग ’का गठन करे, जिससे लंबे समय बाद ही सही इन ‘अमानुशिक एवं वीभत्स काण्डो’ में लिप्त दोषियों को सजा मिल सकें।
मसूरी खटीमा काण्ड की 24वीं बरसी के अवसर पर आन्दोलनकारियो के एक दल को सबोधित करते हुए धीरेन्द्र प्रताप ने षहीदो का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि इन लोमहर्षक काण्डो में तीन दर्जन से अधिक लोग जहां षहीद हुए थे वही मुजफ्फर नगर काण्ड में हमारी मां-बहनो के साथ बदसलूकी की गई थी! परन्तु अब जब दिल्ली,देहरादून और लखनउ में तीनो जगह भाजपा की ‘ ट्रिपल ईजंन की सरकारे ’ है। भाजपाइयों द्वारा, इन शर्मनाक काण्डों के दोषियों को सजा दिलाए जाने के कोइ्र प्रयास नही किए जा रहे हे। उन्होंने इसे ‘अनैतिकता की पराकाष्ठा ’बताया। उन्होंने दावा किया इससे पहले भाजपा इन स्थानांे पर अपनी सरकारों का ना होने का रोना पीटना रोते हुए दोषियों को सजा ना मिल पाने का आरोप काग्रेस,समाजवादी पार्टी ओर बहुजन समाज पार्टी पर थोपती रही थी।
धीरेन्द्र प्रताप ने इस मौके पर 31 अगस्त को हल्दवानी आन्दोलनकारी महापचांयत में आन्दोलनकारी आरक्षण,चिन्हिकरण,गैरसेण राजधानी,पेंशन आदि के सवाल पर इस पचांयत में मौजूद उत्तराखण्ड के वित मन्त्री प्रकाष पतं द्वारा तमाम आन्दोलनकारी मागों पर ‘सकारात्माक आश्वासन’ दिए जाने को राज्य आन्दोलनकारियो की एतिहासिक जीत बताया परन्तु कहा ‘यदि राज्य बनाने वाले उत्तराखण्ड आन्दोलनकारियो के साथ छलावा किया गया तो,आन्दोलनकारी खामोश नही बैठेगें और फिर आगामी दो अक्टुबर को हजारो राज्य आन्दोलनकारी ‘देहरादून कूच’ कर उत्तराखण्ड विधान सभा का ‘घेराव’ करने को मजबूर होंगे। धीरेन्द्र प्रताप ने कल खटीमा शहीद स्मारक पर श्रद्धाजलि देने गए राज्य आन्दोलनकारियो को भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट व उनके साथियो द्वारा ‘ यू कैन गो ’ कह कर अपमानित किए जाने की कड़ी निन्दा की व भाजपाइ कार्यकर्ता के कृत्य पर अजय भट्ट की खामोशी को शर्मनाक बताते हुए मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र रावत से आन्दोलनकारियो से सार्वजनिक माफी मागंने को कहा। उल्लेखनीय है अजय भट्ट खटीमा शहीद बरसी पर,मुख्यमन्त्री के विशेष प्रतिनिधि के तौर पर भाग लेने गए हुए थे।