देहरादून, उत्तराखण्ड में महिला सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पौड़ी की घटना ने राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता और सतर्कता की पोल खोल दी है। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद दुकानों में बेधड़क एसिड की बोतलें बेची जा रही हैं।
एसिड अटैक की घटनाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट ने तेजाब बिक्री को लेकर सख्त आदेश दिए थे कि बिना आईडी प्रूफ के एसिड बेचना गैर कानूनी अपराध माना जाएगा। उसके बावजूद गांव कस्बों में तो छोड़िये राजधानी देहरादून की ही दुकानों में एसिड बेधड़क बेचा जा रहा है। किसी भी जनरल स्टोर पर आसानी से तेजाब खरीदा जा सकता है। इससे पता चलता है प्रदेश सरकार कोर्ट के आदेशों का पालन करने में कितनी तत्परता दिखाती है। हाईड्रोलिक एसिड दूरदराज तो छोड़िए राजधानी देहरादून में ही आसानी से तेजाब खरीदा जा सकता है। पौड़ी में छेड़खानी का विरोध करने पर छात्रा को जिंदा जलाने की घटना ने प्रदेश की छवि तो धूमिल की ही है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार की इच्छाशक्ति की भी पोल खोल दी है।