देहरादून, ग्राम भटाड़ पोस्ट ऑफिस लाखामंडल, तहसील चकराता जनपद देहरादून निवासी श्याम दत्त जोशी ने कहा है कि पिछले पांच वर्षों से वह अपनी पुत्री प्रियंका जोशी के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे है लेकिन कहीं से भी उन्हें आज तक न्याय नहीं मिल पाया है।
     उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पुत्री की हत्या 28 फरवरी 2013 को दून स्थित विजय पार्क में हुई थी और जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस महानिदेशक को भी जांच व न्याय दिलाये जाने का अनुरोध किया गया लेकिन आज तक उन्हें किसी भी प्रकार का कोई न्याय नहीं मिल पाया है और जिसके कारण हत्यारे खुले आम घूम रहे है। उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रधानमंत्री कार्यालय से एक पत्र कार्यवाही के लिए शासन स्तर पर आया लेकिन आज तक उस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा देती आ रही है ले किन एक बेटी की पांच वर्षों से पुलिस महकमा व राज्य सरकार मर्डर केस का खुलासा नहीं कर पाई है और पीड़ित परिवार दर-दर की ठोकरें खाने को विवश है और न्याय न मिलने के कारण उनका परिवार मानसिक परेशानियों से व्यथित हो गया है। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने फिर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है और इस मामले में न्याय दिलाये जाने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि मृतका कुमारी प्रियंका जोशी की हत्या के मामले में सीबीसीआईडी जांच के आदेश भी हुए थे लेकिन वह भी ठंडे बस्ते में चला गया  और मृतका का शव धूलकोट के जंगल में मिला और पुलिस का कहना है कि युवती ने आत्महत्या की है और उनका दावा है कि उनकी पुत्री ने आत्महत्या नहीं की है जबकि उसकी हत्या की गई है और इस हत्या में गांव का एक युवक शामिल है  जिसे राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण पुलिस उस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर पायी । 
पुलिस का व्यवहार व कार्यवाही विपरित दिशा में चल रही है, पुलिस ने उनकी बड़ी लड़की पर ही आत्महत्या के लिए उकसाने पर 306 धारा लगाकर उसे जेल भेज दिया और बाद में उसकी जमानत हो गई। उन्होंने कहा कि हत्या करने वाले खुले आज भी खुले-आम घूम रहे हैं और पुलिस उनकी गिरफ्तारी  से बच रही है, यह विडम्बना ही है। उन्होंने शीघ्र ही हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की। पत्रकार वार्ता में ओम प्रकाश, बचना शर्मा आदि मौजूद रहे।