देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले दिनों कथित गौरक्षा के नाम पर लोगों की पीट पीट कर हत्या किए जाने की कई घटनाओं को लेकर विपक्ष ने आज राज्यसभा में केंद्र सरकार तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर तीखा हमला बोला और ऐसी घटनाओं में संघ परिवार के लोगों के संलिप्त होने का आरोप लगाया। उच्च सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भाजपा और संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भी ऐसी घटनाएं होती थीं लेकिन उनमें निजी स्तर पर लोग शामिल होते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी जो ऐसी घटनाएं हो रही हैं, उनमें संघ परिवार के लोग शामिल हैं।
आजाद ने आरोप लगाया कि भाजपा ने देश में भय का माहौल बना दिया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक ऐसी घटनाएं हो रही हैं और जम्मू कश्मीर में भी वे लोग हालात बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि हजारों लोगों के सामने पीट पीट कर हत्या कर दी जाती है और एक भी व्यक्ति उनकी रक्षा के लिए आगे नहीं आता। उन्होंने इस क्रम में अमेरिका की एक घटना का भी जिक्र किया जिसमें दो मुस्लिम महिलाओं की रक्षा के लिए दो अमेरिकी नागरिकों ने अपनी जान दे दी। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोगों को संरक्षण मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के बयान आए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा संदेह प्रतीत होता है कि आपसी समझ बनी हुयी है, नहीं तो ऐसे मामलों को लेकर कई लोग जेल के अंदर होते।
देश भर में अल्पसंख्यकों और दलितों की पीट पीट कर हत्या तथा उन पर अत्याचार की घटनाओं में कथित वृद्धि से उत्पन्न स्थिति पर उच्च सदन में अल्पकालिक चर्चा की शुरूआत करते हुए आजाद ने कहा कि यह शर्मनाक स्थिति है जब आजादी के 70 साल बाद भी देश में ऐसी घटनाएं हो रही हैं जो बेहद चिंता का विषय है। आजाद ने विभिन्न राज्यों में हुयी कई घटनाओं का जिक्र किया और आरोप लगाया कि झारखंड ऐसी घटनाओं का अखाड़ा बन गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की ये घटनाएं हो रही हैं, वैसी मध्य युग में होती थीं। उन्होंने कहा कि हमने भी हुकूमत की है लेकिन इस प्रकार का माहौल कभी नहीं रहा।
आजाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के दौर में भी मानवाधिकार का इतना उल्लंघन नहीं हुआ था जबकि उस समय वहां निर्वाचित सरकार भी नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्तर पर दलितों और अल्पसंख्यकों को बैंकों से ऋण नहीं मिलता है। व्हाट्सऐप पर भेजे जाने वाले संदेशों का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि ऐसे मामलों में सबसे ज्यादा भाजपा और संघ परिवार के लोग ही जेल जाएंगे। उन्होंने श्रीनगर में एक पुलिस अधिकारी की भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या किए जाने की घटना का भी जिक्र किया और इसे शर्मनाक बताया।
उन्होंने मीडिया के एक तबके को धन्यवाद दिया जो इस प्रकार की घटनाओं को सामने ला रहे हैं और सच तथा झूठ का अंतर जानते हैं। आजाद ने कहा कि सत्ता में होने के कारण कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा की जिम्मेदारी ज्यादा बनती है। लेकिन वे खुद ही माहौल खराब बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई धर्म या जाति की लड़ाई नहीं है बल्कि इंसानियत की लड़ाई है। ऐसी घटनाओं से अपना ही घर कमजोर होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट की राजनीति छोड़े और इस प्रकार की घटनाओं पर काबू के लिए कदम उठाए।