इंदौर। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने निर्वाचन आयोग द्वारा मध्य प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा को अयोग्य ठहराने के कानूनी मामले पर टिप्पणी करने से आज इंकार कर दिया लेकिन कहा कि भाजपा मिश्रा के साथ खड़ी है। गहलोत ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में एक सवाल पर कहा, “मिश्रा के मामले में कानून अपना काम कर रहा है और जो मामला अदालत में हो, उसके बारे में टिप्पणी करना उचित नहीं है। इस मामले में चुनाव आयोग का निर्णय न्यायालय के विचाराधीन है। न्यायालय का अंतिम निर्णय आने तक इंतजार किये जाने की आवश्यकता है, लेकिन पार्टी (भाजपा) मिश्रा के साथ थी, है और आगे भी रहेगी।”
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मिश्रा की उनकी याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने अदालत से गुहार की थी कि उन्हें आगामी राष्ट्रपति चुनाव में मतदान की अनुमति दी जानी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं पर आतंकवादी हमला और उत्तर प्रदेश विधानसभा परिसर में विस्फोटक सामग्री मिलने की हालिया घटनाओं को केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों ने गंभीरता से लिया है और इनकी जांच की जा रही है। इन मामलों के आरोपियों को बख्शा नहीं जायेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के मध्य प्रदेश के नये किसान नेता के रूप में उभरने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि वह किसी व्यक्ति विशेष पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन शिवराज सिंह चौहान देश के इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने किसानों के हित संरक्षण के लिये सबसे अधिक योजनाएं शुरू की हैं।