वरिष्ट आन्दोलनकारी रविंद्र जुगरान के द्वारा मुजफ्फरनगर कांड में हो रही देरी को लेकर लगभग 15 दिन पूर्व एक याचिका इलाहाबाद के वरिष्ठ अधिवक्ता सर्वश्री सर्वानंद पांडे व रवींद्र त्रिपाठी के माध्यम दायर की गई थी ,जिसकी कि सुनवाई 30 नवंबर 2018 को होनी थी मगर समयाभाव के कारण उच्च न्यायलय द्वारा अग्रिम तारीख (7 दिसम्बर) दी दी गई। याचिका में  जुगरान जी द्वारा अपील की गई कि , 2 अक्टूबर 1994 को उत्तराखंड की माँ- बहनो के साथ हुई विभत्स घटना को लगभग 23 वर्ष गुजर जाने के  बाद भी न्याय नही मिल पाया है और  देरी से मिलने वाले न्याय को न्याय नही कहा  जा सकता।अतः उन्होंने माननीय उच्च न्यालय इलाहाबाद से प्रार्थना की , कि वह उक्त मामले का यथाशीघ्र सज्ञान लेकर निचली अदालतों को निर्देशित करे कि वह उक्त मामले का अतिशीघ्र निस्तारण करे।  अब इस मामले कीआगामी  सुनवाई दिनांक 7 दिसम्बर 2018 को होनी है,देखते हैं कि इस तारीख के बाद इस मामले में क्या नया मोड़ आता है।