देहरादून, गढवाली साहित्य, समाज ,संस्कृति के संवर्धन व संरक्षण के लिए वर्षो से प्रयासरत् संस्था “चिट्ठी-पत्रि” द्वारा समय-साक्ष्य के सहयोग से लोकार्पण एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर गढवाली के सुप्रसिद्व साहित्यकार स्व0 कन्हैया लाल डंडरियाल के उपन्यास रूद्री का लोकार्पण हिन्दी भवन में किया गया।
लोकार्पण जन लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी, समाज सेवी कवीन्द्र इष्टवाल व दिगमोहन नेगी के द्वारा किया गया। रचनाकार कन्हैयालाल डंडरियाल की 85 वीं जयन्ती पर पूर्व नियोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम , अध्यक्षता कर रहे नरेन्द्र सिंह नेगी, कवीन्द्र इष्टवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। दिल्ली से आये कवि दिनेश ध्यानी ने कन्हैयालाल की सुप्रसिद्व कविता “कीडू की ब्वे” के वाचन को दर्शकों ने तालियों से सहारा । सुप्रसिद्व कवि हरिश जुयाल ने कन्हैयालाल से जुडे संस्मरण सुनाये। इस मौके पर गिरीश सुन्दरियाल के सुपुत्र अनिरूद्व सुन्दरियाल ने कन्हैयालाल डंडरियाल के गीत “धमाधम गंज्यली” का गायन कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर अखिल गढ़वाल गढ़- गीतों के प्रसिद्ध रचनाकार मदन मोहन डुकलान, धर्मेन्द्र नेगी, गणेश खुगशाल गणी,प्रवीण भट्ट, शैल जखमोला, व अखिल गढवाल सभा से रमेन्द्र कोटनाला, गीता गैरोला, वीणा पाणी जोशी,जयदीप सकलानी, नीलम ढोंडियाल, सावित्री काला, रानू बिष्ट, राखी मुड़ेपी, रीता भंडारी,हेमन्त जुयाल, कुलानन्द घनसाला, ,अम्बुज शर्मा, चंद्र दत्त सुयाल,राकेश डोबरियाल,समीर मुंडेपी, शैल जखमोला, कुलदीप नेगी,कमल देवराड़ी, सुनील कोठारी,जय प्रकाश भद्री, मनोज जुयाल, कंचन रांगड़, सुनील दत्त आदि तथा अनेक समाज सेवी, बुद्विजीवी एवं पत्रकार उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवि एवं गीतकार गिरीश सुन्दरियाल द्वारा अपनी मातृ भाषा (गढ़वाली ) में किया गया ।