उत्तराखंड में डेंगू रोग का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक जहां दर्जनों मरीज डेंगू रोग से ग्रसित मिले हैं तो वही डेंगू से मौत का सिलसिला भी जारी है। शक्तिफार्म में महिला की डेंगू से मौत के बाद सितारगंज में अब भाजपा युवा मोर्चा के नेता की मौत का मामला सामने आया है।
भाजयुमो नेता ने पोलीगंज अस्पताल से बरेली के निजी अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। उनकी असमय मौत से घर का इकलौता चिराग बुझ गया। परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बताया गया कि नयागांव निवासी इफ्तिखार हुसैन (34) पुत्र रईसुद्दीन पिछले कई दिनों से बुखार से ग्रस्त चल रहे थे।
शुक्रवार को तबियत बिगड़ने पर वह स्वयं पोलीगंज अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे। यहां डॉक्टर ने उनकी गंभीर स्थिति को देख तुरंत ही बरेली के लिए रेफर कर दिया। इस पर उनके परिजन पोलीगंज पहुंचे और इलाज के लिए बरेली के निजी अस्पताल ले जाने लगे। लेकिन रास्ते में ही इफ्तिखार ने दम तोड़ दिया। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। इफ्तिखार अपने परिवार के इकलौत वारिस थे। उनकी साल 2011 में जहानाबाद की युवती अर्शी बी से शादी हुई थी। तीन बेटियां हैं। उनकी मौत से पत्नी बेसुध हो गई हैंऔर बूढ़ी मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है। क्षेत्र में डेंगू रोग के पैर पसारने के बाद भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। न तो नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही स्वास्थ्य सेवाओं की पर्याप्त सुविधा है और न ही डेंगू जैसे गंभीर रोग को फैलने से रोकने को इंतजाम किए गए हैं। इससे क्षेत्रवासियों में गहरा आक्रोश है।