ऋषिकेश,24 दिसम्बर : वनंतरा मामले में युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से 72 दिन से चलाया जा रहा धरना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आश्वासन पर शुक्रवार को स्थगित कर दिया गया।
मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने धरना स्थगित कराया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी सरकार बेटी को न्याय दिलाने के लिए संकल्पित है।
वनंतरा मामले में युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से बेमियादी अनशन, क्रमिक अनशन और धरना देकर बेटी को न्याय देने की मांग की थी। इस मामले में राजधानी कूच के दौरान कई आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी भी हुई थी।
बीते गुरुवार को डीएसबी इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में समिति के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से गंभीर और सक्रिय है। बेटी को न्याय दिलाया जाएगा। उन्होंने आंदोलनकारियों से धरना समाप्त करने की अपील की थी। जिसके लिए उन्होंने नगर निगम की महापौर को अपना प्रतिनिधि अधिकृत किया था।शुक्रवार को नगर निगम के सामने धरना स्थल पर पहुंची। महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि पूरा उत्तराखंड और देश वनंतरा मामले में बेटी और उसके परिवार के साथ है। प्रदेश सरकार की ओर से इस मामले में न्यायालय में मजबूत पैरवी की जाएगी। तीनों आरोपित हर हाल में दंडित होंगे। उन्होंने कहा कि अंकित आर्या और उसके पिता विनोद आर्या के खिलाफ भाजपा संगठन ने सरकार ने अपने स्तर पर तत्काल कार्रवाईकी थी। आंदोलनकारियों को इस मामले में सरकार पर भरोसा रखना चाहिए। आंदोलनकारियों पर दर्ज सभी मुकदमे वापस लेने की बात मुख्यमंत्री कह चुके हैं। मुख्यमंत्री की ओर से महापौर के इस आश्वासन पर न्याय मंच के पदाधिकारी धरना स्थगित करने पर सहमत हुए। महापौर ने सभी को जूस पिलाकर इन्हें यहां से उठाया।
इस मौके पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय सिलस्वाल, हिमांशु रावत, रामेश्वरी चैहान, जया डोभाल, सुरेंद्र सिंह नेगी, विक्रम भंडारी, पार्षद राधा रमोला, शकुंतला शर्मा, विजयलक्ष्मी शर्मा, लक्ष्मी रावत, उमा बृजपाल राणा, विजय बडोनी, अजीत सिंह गोल्डी, मनीष बनवाल, प्रमोद शर्मा आदि मौजूद रहे।