आज 05-दिसम्बर को राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संगठन के बैनर तले पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 11-बजे गांधी पार्क के मुख्य द्वार पर सभी राज्य आंदोलनकारी एकत्र हुए औऱ सरकार की उपेक्षा व वादा खिलाफी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार क़ो जगाने व समझने के लिए बुद्धि शुद्धि मार्च प्रारम्भ करते हुए शहीद स्मारक हेतु प्रस्थान किया। शहीद स्मारक पंहुच कर संगठन के पदाधिकारियों द्बारा अपने विचार रख कहा क़ि यदि ऐसे भी नही माने तो हम मुख्यमन्त्री आवास घेरने क़ो मजबूर होगें।
आपको याद दिलाते चले क़ि ठीक एक वर्ष पूर्व 05-दिसम्बर 2019 क़ो विधानसभा घिराव किया गय़ा था औऱ सरकार के राज्य मंत्री डाक्टर धन सिंह रावत द्बारा मात्र 20-दिनो मे़ त्रिपक्षीय वार्ता क़ा भरोसा दिया गय़ा था औऱ बार बार सम्पर्क करने पर भी आज तक वो 20-दिन क़ा शुभ मूहर्त नही आया। झूठी सरकार के झूठे वायदा से सभी मे़ रोष व्याप्त है।
पूर्व मे भी 05-फरवरी क़ो मुख्यमन्त्री घिराव भी किया था उस समय मुख्यमन्त्री से वार्ता क़ा आश्वासन दिया गय़ा परन्तु आज तक सरकार द्वारा कोई संवाद नही किया गय़ा औऱ ना ही राज्य स्थापना दिवस तक (09-नवंबर) पर भी कोई घोषणा नही होने से लोगो मे़ नाराजगी है। यदि मांगे पूरी नही होती तो उसके उपरांत आर पार की लड़ाई लड़ी जायेगी औऱ सरकार के घमण्ड क़ो तोड़ने के लिए सब एक जुट होकर बड़ा अभियान छेड़ेंगे।

आज संयुक्त संगठन के धरने मे मुख्यतः
01- #उत्तराखण्ड_राज्य_आंदोलनकारी_मंच।
02- #उत्तराखण्ड_संयुक्त_संघर्ष_समिति
03- #उत्तराखण्ड_चिन्हित_राज्य_आंदोलनकारी_समिति_(रजि)
04- #चिन्हित_राज्य_आंदोलनकारी_समिति
05- #उत्तराखण्ड_चिन्हित_राज्य_आंदोलनकारी_संगठन।
06- #उत्तराखण्ड_चिन्हित_आंदोलनकारी_मंच।
व अन्य सभी शामिल हुए।

राज्य आन्दोलनकारियों की प्रमुख मांगे …
01– मुजफ्फरनगर , खटीमा , मसूरी गोली काण्ड के दोषियों क़ो सजा दिलाओ।
02– राज्य आंदोलनकारीयों क़ा 10% शिथिलता (क्षैतिज आरक्षण एक्ट) लागू करो एवं 04-वर्षो से चिन्हीकरण के लम्बित प्रकरणों क़ा निस्तारण के साथ हीं एक समान पेंशन लागू करें एवं राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद क़ा शीघ्र गठन किया जाय।
03– शहीद परिवार व राज्य आन्दोलनकारियों के आश्रितों की पेंशन क़ा शासनादेश पुनः लागू करों।

04– स्थाई राजधानी गैरसैण शीघ्र घोषित करों।
05– समूह ” ग ” क़ी भर्ती व उपनल हेतु रोजगार कार्यालय पंजीकरण मे स्थाई स्थाई निवास प्रमाण पत्र क़ी अनिवार्यता लागू करों।
06– राज्य मे सशक्त लोकायुक्त लागू करों।
07– राज्य क़ा जन विरोधी भू-कानून वापस लो।
08– उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के शहीद स्मारकों क़ा संरक्षण व निर्माण व्यवस्था शीघ्र लागू करों।

आज बुद्धि शुद्धि मार्च मे़ वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी ओमी उनियाल , भूपेन्द्र रावत , जगमोहन सिंह नेगी , रवीन्द्र जुगरान , वेद प्रकाश शर्मा , महेन्द्र सिंह रावत , धीरेन्द्र प्रताप , प्रदीप कुकरेती ,अंबुज शर्मा ,मनोज नॉटियाल(गुरु भाई) ,युद्धवीर सिंह चौहान , राजेन्द्र रावत , प्रमिला रावत , जबर सिंह पावेल , पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण , विक्रम भण्डारी , पूरण सिंह लिंग्वाल , जयदीप सकलानी , महेश जोशी , यशवीर आर्य , सुरेश नेगी , ललित जोशी , जगदीश चौहान , मनोज ज्य़ाड़ा , रुकम सिंह पोखरियाल , सुमन भण्डारी , पुष्पलता सिल्माणा , शकुन्तला नेगी , राधातिवारी , चन्द्र किरण राणा , मनीष नागपाल , सर्वेश्वरी डोबरियाल , पूरण जुयाल , सुमन भण्डारी , सुदेश , सुरेश कुमार , अमर सिंह , प्रभात डन्ड्रियाल , विरेन्द्र गुंसाई , विरेन्द्र सकलानी , प्रभा नैथानी,लक्ष्मी बिष्ट,रामेश्वरी रावत,सतेन्द्र नोगाई , विनोद चन्दोला , पीयूष गौड़ ,आर पी लखेड़ा , जीतपाल बर्त्वाल ,सावित्री नेगी , लोक बहादुर थापा , राजेश शर्मा , विकास रावत , बृजेश डंगवाल व भगवान सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।

 

आन्दोलनकारी मंच की चेतावनी-राज्य आंदोलनकारियों के मुद्दों को गंभीरता से ले सरकार

 

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