हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते हुए।
देहरादून, हिंदी दिवस पर देहरादून में महिला शिक्षकों के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एबीकेएम के प्रदेश अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने कहा कि समाज के निर्माण में महिलाआंे की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा जिस परिवार में ,जिस समाज मे महिलाओं का सम्मान  होता है वह परिवार और समाज हमेशा अग्रणी पक्ति में खड़ा मिलता है।
संजय श्रीवास्तव ने हिंदी दिवस पर कहा कि आज ही के दिन 1949 में सम्बिधान सभा ने निर्णय लिया था कि राष्ट्र की भाषा हिंदी ही होगी जिसके बाद 1953 से पूरे देश मे आज ही के दिन 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज सौभग्य का विषय है कि हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर हिदी शिक्षिकाओं का सम्मान अखिल भारतीय कायस्थ महा सभा कर रही है। उन्होंने इस अनमोल आयोजन के पहल करने वाली और आयोजन करने वाली महासभा की प्रदेश महासचिव का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महासभा की महासचिव ने कहा कि महिलाओ की भूमिका का सम्मान उनके कामो के आकलन से नही उनके मेहनत से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा इसी क्रम में ये एक शुरुआत है जब आज हिदी दिवस पर महिला शिक्षको को सम्मानित किया जा रहा है उन्होंने ये भी कहा कि महासभा हर क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को समय समय पर सम्मानित करेगा। संगठन मंत्री नीतू श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया। मुख्य अतिथि के रूप में नीति गर्ग ने कहा शिक्षक महिलाओ को कायस्थ समाज द्वारा सम्मान हर वर्ग का सम्मान है। उन्होंने आयोजक मंडल को इसतरह के कार्यक्रम के आयोजन पर बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन नीति सक्सेना ने किया। कार्यक्रम में अंजना श्रीवास्तव, अंजुलता श्रीवास्तव, ज्योत्स्ना सक्सेना, मंजू सक्सेना, अंजू श्रीवास्तव, शिवांगीश्रीवास्तव, सैल कुलश्रेष्ठ, सोनी सक्सेना, नविता, श्रद्धा सक्सेना, संगीता, शशिकला श्रीवास्तव, मोनिका वर्मा, रजनी सिन्हा, नीतू, अनिता माथुर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एबीकेएम के संरक्षक जीपी श्रीवास्तव, महासचिव सर्वेश माथुर ,कोषाध्यक्ष हितेंद्र सक्सेना व जिला अध्यक्ष जितेंद्र श्रीवास्तव के साथ महिला शाखा के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान बच्चों ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।