सरकार की हवाई एम्बुलेंस सेवा के दावे हवा-हवाई ही साबित हुए हैं ।
आज चमोली जिले के घाट ब्लॉक में एक ऐसा वाकया सामने आया जिसमे एक घायल युवक की जान बचाने के खातिर परिवार वालों को दो लाख रुपये में देहरादून से हेलीकॉप्टर बुक करना पड़ा ,जिसका कि हेली कम्पनी ने एडवांस ही मौके पर चेक लिया ।
जिंसके बाद घायल युवक को ऋषिकेश एम्स पहुंचाया गया ।
26 वर्षीय प्रदीप निवासी घाट उसतोली जोकि सीढ़ियों से गिरकर घायल हो गया था । जिसे गोपेश्वर अस्पताल पहुंचाया गया पर चिकित्सको ने गम्भीर स्थिति देखते हुए हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी । उसके बाद घरवालों ने शासन प्रशासन से हेलीकॉप्टर की मांग की पर कोई सकारात्मक जवाब न मिलने पर स्वयं ही घरवालों ने सवा दो लाख में देहरादून से हेलीकॉप्टर बुक करके मंगवाया ।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर सरकारें कब अपनी जनता के लिए संजीदा होंगी ।पहाड़ो में न डॉक्टर ,न अस्पतालों में सुविधाएं , ऐसे में एयर एंबुलेंस के दावे भी हवा हवाई ।
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दूसरा अहम व महत्वपूर्ण विषय यह कि उड़ान योजना में देहरादून से गौचर का किराया लगभग 4100 रुपये है , एक हेली में 6 लोग तक बैठ सकते हैं । तो देहरादून गौचर आने जाने में इस हिसाब से हेली कम्पनी लगभग 50 हजार में अपना एक चक्कर पूरा कर लेती है पर एक बीमार व्यक्ति को ले जाने के लिए ₹ 2 लाख रुपये लेती है ।
कुल मिलाकर पहाड़ वासियों के लिए सरकारें कभी भी संजीदा नही रही हैं ।
नवल खाली