गढ़वाल मंडल के लामबगड क्षेत्र की सीमा को पार करते हुए एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच का अभियान दल कुमाऊं मंडल की सीमा क्षेत्र खीड़ा से कुमाऊं में किया प्रवेश ।

गैरसैण /महलचौरी /मैईथान/पांडवखाल/ द्वारहाट/चौखुटिया/रानीखेत , 27 नवम्बर : एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के अभियान दल का मतदाता जागरूकता अभियान नौ दिन तक गढ़वाल मंडल में चलने के उपरांत कुमाऊं मंडल में प्रवेश कर गया। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के प्रदेश समन्वयक मनोज ध्यानी के नेतृत्व में चल रहे अभियान दल के सदस्यों में वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रविंद्र कुमार प्रधान, शिक्षाविद एवम आरटीआई क्लब के सचिव यज्ञभूषण शर्मा, प्रदेश दिव्यांग संघ के नेता एवम शार्प विकलांग समिति के अध्यक्ष बृजमोहन सिंह नेगी एवम युवा खुशपाल सिंह राणा सम्मिलित हैँ।

एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच अभियान दल ने गढ़वाल मंडल में पड़ने वाली चकराता ,यमुनोत्री , पुरोला , गंगोत्री , धनौल्टी , टिहरी , देवप्रयाग , श्रीनगर , रुद्रप्रयाग , केदारनाथ , बद्रीनाथ , कर्णप्रयाग विधानसभाओं से होते हुए गैरसैण क्षेत्र के दिवालिखाल, भराड़ीसैण, रामलीला मैदान के आसपास गैरसैण बाजार, महलचौरी, माईथान में सघन मतदाता जागरूकता अभियान चलाते हुए नागरिक समूहों से #जनसंवाद किया है। एडीआर अभियान दल ने गैरसैण के रास्ते कुमाऊ मंडल में प्रवेश करने से पूर्व -उत्तराखंड इलेक्शन वॉच का अभियान के तहत दल रास्ते में रुक रुककर नागरिकों को सम्बोधित करते हुए उन्हें रिसर्च डाटा उपलब्ध करवाया ताकि जनता को पता चल सके कि विधानसभा चुनाव में मनी पॉवर व मसल पॉवर का बोलबाला कितना खतरनाक रुप धारण कर चुका है।

एडीआर -उत्तराखंड इलेक्शन वॉच अभियान दल के सदस्यों का गैरसैण, महलचौरी व माईथान में नागरिकों ने स्वागत करते हुए शपथ ली कि आगामी चुनाव में साफ सुथरी राजनीती के लिये मतदान किया जायेगा। गैरसैण बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के. एस. बिष्ट, उपाध्यक्ष नवल किशोर, गैरसैण राजधानी अभियानकर्मी लक्ष्मण सिंह खत्री, श्रीमती कृष्णा नेगी व महलचौरी में सुनील भंडारी व साथियों ने व माईथान में गैरसैण राजधानी आंदोलन के नेता नारायण सिंह बिष्ट, शिक्षाविद खीम सिंह बिष्ट, दीवान सिंह बिष्ट, माईथान व्यापार संघ के अध्यक्ष डॉ कुंवर सिंह ने एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के अभियान दल का स्वागत किया।

माईथान में एक जनसभा भी आयोजित की गई जिसमें एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के अभियान के बिंदुओं पर विस्तृत रुप में प्रकाश डाला गया। मीडिया को जारी स्टेटमेंट में यह प्रेस स्टेटमेंट दी गई हैँ।

“एडीआर द्वारा संकलित डाटा निर्वाचन के समय प्रत्याशियों द्वारा भरे गए चुनावी पर्चे में भरे गए चुनावी विवरण के आधार पर तैयार है। एडीआर के द्वारा संकलित डाटा के आधार पर ऐसा निष्कर्ष निकल रहा है कि 50 प्रतिशत से अधिक विधायकों पर निर्वाचन पर्चा भरने के समय आपराधिक मुकदमे रहे थे। इसी प्रकार से पिछले निर्वाचन पत्र (2017 में) भरने के वक्त 70 प्रतिशत से अधिक विधायक करोड़पति विधायक थे। यदि वर्ष 2017 के समय भरे निर्वाचन पत्रों के डाटा का वर्ष 2012 के समय भरे निर्वाचित विधायकों के डाटा के साथ तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो पता चल रहा है कि जहाँ 2012 में 19 विधायकों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे थे वहीं 2017 में यह संख्या बढ़कर 20 हो गई थी। विधायकों पर गंभीर मुकदमे जैसे कि हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती आदि की बात की जाए तो जहां 2012 में 05 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे थे वहीं यह संख्या 2017 में बढ़कर 14 हो गईं थी। 2017 में 2012 के मुकाबले करोड़पति विधायकों की संख्या भी 32 से बढ़कर 46 हो गई। 2017 के आंकड़े विश्लेषण करने में अभी तक केवल 65 विधायकों का विश्लेषण किया है यदि 5 और विधायकों का विश्लेषण करें तो यह संख्या बढ़ भी सकती है। एडीआर का एकमात्र मकसद मतदाताओं तक समुचित जानकारी उपलब्ध करवाकर उन्हें उस सूचना से लैस करना है ताकि वह बतौर जागरूक मतदाता चुनाव में एक बेहतर निर्णय ले सकें जिससे लोकतंत्र अपराधियों और पैसा वालों की मुठ्ठी में ही कैद होकर न रह जाए।” ‘सैनिक शिरोमणि’ मनोज ध्यानी, प्रदेश समन्वयक – एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर)

“अभियान दल के सदस्यों द्वारा बड़ी मात्रा में पर्चे पत्र बांटकर एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के द्वारा संकलित डाटा से मतदाताओं को अवगत कराते हुए जागरूक किया है। ADR उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के अभियान दल के द्वारा यह प्रचार प्रसार किया जा रहा है कि जन-सरोकारों के लिए क्रियाशील प्रबुद्ध जन संगठन, मीडिया समूह, मतदाता इस बात पर निगाह बनाए रखें यदि किसी भी राजनैतिक दल द्वारा अपने उम्मीदवारों का अपराधिक विवरण टीबी, अखबार एंव सोशल मीडिया में तीन बार प्रचारित प्रसारित किया है अथवा नहीं।” यज्ञभूषण शर्मा, सचिव आरटीआई क्लब एवम सदस्य अभियान दल

“ADR उत्तराखंड इलेक्शन वॉच विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा अर्जित की गई आय एंव व्य्य का व्यौरे भी अपने पर्चो के द्वारा कर रही है। ADR उत्तराखंड इलेक्शन वॉच का अभियान मेरा वोट मेरा उत्तराखंड नाम से संचालित हो रहा है एंव आगामी चुनाव में जनता से अनुरोध किया जा रहा है एक साफ छवि वाले और ईमानदार उम्मीदवार को मतदान करने की शपथ लें जो कि अच्छा काम करें मतदाताओं से अनुरोध किया जा रहा है कि वह जाति, धर्म, पंत, लिंग, धन व उपहार के आधार पर मतदान ना देकर एक जिम्मेदार मतदाता बने।” रविंद्र प्रधान, अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी संघ एवम सदस्य अभियान दल

“मतदाताओं को इस बात के लिए भी जागरूक बनाया जा रहा है कि यदि कोई भी उम्मीदवार साफ छवि का नहीं है तो वह नोटा को भी विकल्प के रूप में अपना सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में जबकि राजनीतिक दल किसी ईमानदार, दाग रहित व्यक्ति को टिकट नहीं देते हैँ और मतदाता को यह लगता हों कि दलीय अथवा निर्दलीय प्रत्याशियों में कोई भी सही विकल्प नहीं बन रहा है तो नोटा कारगर सिद्ध होता है, उससे यह संदेश प्रवाहित होता है कि राजनीतिक दल ईमानदार और जन सरोकारों के पक्ष की राजनीती देने में नाकामयाब सिद्ध हो रहे हैँ।” बृजमोहन सिंह नेगी अध्यक्ष शार्प विकलांग समिति एवम सदस्य अभियान दल

“एडीआर जैसे अभियानों की आज नितांत आवश्यकता है। जिस प्रकार से राजनीती में बाहुबलियों का दबदबा बना है व प्रलोभन की राजनीती पैदा हुई है उससे लोकतान्त्रिक न्याय व्यवस्था खतरे में पड चुकि है। हम सबकी जिम्मेदारी यह है कि अब प्रण लें कि ईमानदार लोगों को ही अपना प्रतिनिधि बनाएंगे। “ के. एस. बिष्ट, अध्यक्ष गैरसैण बार एसोसिएशन “आज देश के सामने जो सबसे बड़ी चुनौती है, वह यह है कि कैसे राजनीतिक व्यवस्था को साफ सुथरा बनाया जाएं। यह काम केवल जनता ही कर सकती है। एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच जैसे अभियान लोकतंत्र के लिए संजीवीनी के समान हैँ।” नवल किशोर, उपाध्यक्ष गैरसैण बार एसोसिएशन

“हम गैरसैण राजधानी आंदोलन के लोग व्यवस्था की लड़ाई राजधानी की लड़ाई में देखते हैँ। परन्तु देखा जाएं तो यदि जनता का प्रतिनिधित्व ईमानदार हों तो जनता को कोई भी लड़ाई नहीं लड़नी पड़ती और सभी प्रश्न बिना लड़े हल हो जाते। परन्तु ऐसा नहीं है, लोकतंत्र कुछ मुट्ठीभर लोगों के हाथ में केंद्रित होती जा रही है। उसमें भी अपराधियों का बोलबाला चिंता का कारण है।” -नारायण सिंह बिष्ट, अध्यक्ष गैरसैण संघर्ष समिति “

उत्तराखंड देवभूमि है। यह हमारे लिये शर्म की बात है कि देवभूमि की विधानसभा में भी अपराधी और पैसे वालों के प्रभाव में जा रही है। 2022 में इसे बदलना होगा व राजनीतिक दलों से दो टूक कहना होगा कि केवल ईमानदार व्यक्ति को ही पार्टी का टिकट दें।” – खीमसिंह नेगी, प्रबंधक आदर्श विद्यालय, माईथान

आज गढ़वाल मंडल के लामबगड क्षेत्र की सीमा को पार करते हुए एडीआर – उत्तराखंड इलेक्शन वॉच का अभियान दल कुमाऊं मंडल की सीमा क्षेत्र खीड़ा से कुमाऊं में प्रवेश कर गया। विदित रहे कि एसोशिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) राष्ट्र के 1200 से अधिक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व समूह है जो कि सासंदों एवं विधायकों एवं चुनाव में खड़े प्रत्याशियों के स्वघोषित निर्वाचन पत्रों का संकलन कर उस डाटा को जनता के समक्ष लाता है। एडीआर उत्तराखंड इलेक्शन वॉच उसकी उत्तराखंड की प्रादेशिक ईकाई है एवं इसका अभियान दल 18 नवम्बर से पहाड़ से पहाड़ तक कि यात्रा देहरादून से शुरू हो कर आज कुमाऊं मंडल में प्रवेश कर चुकी है। इस अभियान दल का नेतृत्व प्रखर राज्य आंदोलनकारी जो कि एडीआर उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के समन्वयक भी हैँ सैनिक शिरोमणि मनोज ध्यानी के साथ आरटीआई क्लब के सचिव यज्ञ भूषण शर्मा, वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी रविन्द्र कुमार प्रधान, शार्प विकलांग संघ के अध्यक्ष बृजमोहन नेगी, युवा नेता खुशपाल सिंह राणा आदि साथी सम्मिलित हैं।

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