तुरन्त आवश्यक कार्रवाई हेतु

पुलिस ने न तो कोई कारण बताया न कोई नोटिस दिखाया! ज़रूरतमन्दों को भोजन-राशन पहुँचाने के काम में एक पखवाड़े से जुटे हुए नौजवान भारत सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष साथी योगेश स्वामी को दिल्ली पुलिस ने बेहद ग़ैरलोकतान्त्रिक तरीके से उठा लिया है।

अभी दिन में क़रीब पौने दो बजे 8-9 पुलिस कर्मी जिनमें 2-3 सादी वर्दी में भी थे, दिल्ली स्थित नौजवान भारत सभा के केन्द्रीय कार्यालय करावल नगर पहुँचे। उन्होंने योगेश के बारे में पूछताछ शुरू की और आनन-फानन में उन्हें गाड़ी में डालकर चलते बने।

पुलिसकर्मियों ने न अपने आई कार्ड दिखाये, न उठाने का कोई नोटिस दिखाया और न ही वारण्ट जैसा कोई दस्तावेज़ ही दिखाया। पूछे जाने पर कहने लगे कि सम्बन्धित दस्तावेज़ व्हाट्सएप्प पर भेज दिया जायेगा।

यह पुलिस-प्रशासन द्वारा किया गया सीधा-सीधा अपहरण है। नौजवान भारत सभा दिल्ली पुलिस के इस निकृष्ट रवैये का कड़ा प्रतिकार करती है।

दोस्तो, हमें डर है कि साथी योगेश के साथ कोई अनहोनी न हो जाये! फ़िलहाल तक न तो हमें कोई नोटिस मिला है और न ही हमें उस जगह का ही पता चला है जहाँ उन्हें ले जाया गया होगा।

हम देश के जागरूक नागरिकों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और छात्र-युवाओं से अपील करते हैं कि निम्नलिखित नम्बरों पर अधिक से अधिक फोन करें, पुलिस से इस ग़ैरजनवादी तरीके की जवाबदेही लें और योगेश को छोड़ने के लिए प्रशासन पर दबाव बनायें।

दोस्तो, फ़िलहाल हम सड़कों पर न भी उतर सकते हों लेकिन सरकार विरोध करने का हमारा हक़ नहीं छीन सकती है।

इन नम्बरों पर फ़ोन करके पुलिस प्रशासन पर दबाव बनायें:-

थाना करावल नगर, दिल्ली – 011 22932231
एसएचओ (SHO) करावल नगर – 08750870728
डीसीपी (DCP) ऑफिस नॉर्थ ईस्ट, दिल्ली – 01122829331, 01122825655
डीसीपी (DCP) नॉर्थ ईस्ट, दिल्ली – 9818099043, 09817099043
डीसीपी ऑफिस, स्पेशल सेल, दिल्ली – 0112349025
डीसीपी, स्पेशल सेल – 9818097316

आपको ज्ञात हो लॉक डाउन के इस पूरे दौर में तमाम जगहों से सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं, आम युवाओं की तानाशाहाना तरीकों से धरपकड़ जारी है।

पुलिस-प्रशासन को अपनी मनमानी करने की खुली छूट मिली हुई है। यह सब सीधे गृहमन्त्रालय और अमित शाह के इशारों पर हो रहा है।

विभाजनकारी सीएए और ग़ैरजनवादी एनआरसी के ख़िलाफ़ उठ खड़ा हुआ जनान्दोलन लाख प्रयास करने के बावजूद भी सरकार के गले की फाँस बना हुआ था।

इस आन्दोलन को ख़त्म करने में जब अफवाहों, धार्मिक नफ़रत और दंगों से भी काम नहीं बना तो कोरोना महामारी को ही अवसर के तौर पर लिया जा रहा है।

एनआरसी-सीएए विरोधी धरनों को फ़िलहाली तौर पर स्थगित भी कर दिया गया था लेकिन प्रशासन चाहता है कि भविष्य में लोग फ़िर से सड़कों पर न उतर पड़ें इसलिए तमाम नेतृत्वकारी साथियों को उठाया जा रहा है।

सरकार के विरोध में उठने वाली हर शान्तिपूर्ण और लोकतान्त्रिक आवाज़ को भी कुचलने पर आमादा है।

कोरोना के चलते अब सरकार को जनान्दोलन का भी भय नहीं रह गया है। महामारी के इस संकट के समय भी पुलिस-प्रशासन जनता और निर्दोष कार्यकर्ताओं को सताने के काम में मुस्तैदी से जुटा हुआ है।

हम यह बता देना चाहते हैं कि सरकार और पुलिस की यह हिटलरशाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

और भी हैं मामले .

An old article about how and why the govt has targetted Human Rights activist Gautam Navlakha !

#DefendDissent
#FreeKoregaon11
#StopAttacksOnHumanRightsActivists

https://www.thehindu.com/opinion/op-ed/dear-comrade-gautamji/article24929134.ece?fbclid=IwAR3d1faEnZcLlMgIYwnF8WBKcEOowAkOXGyjs4l7yFBGWYx6acoIeBZxhZ0

big breking news

Urgent Appeal to all Justice-Loving Individuals and Organisations

Delhi Police forcibly takes into custody National Vice President of NBS
Without any Explanation or Notice or Warrant!

The witch-hunt and hounding by Delhi Police of activists under the direct auspices of MHA continues even amidst a Pandemic and Lockdown. The Delhi Police, in an undemocratic fashion, have forcibly taken into custody Yogesh Swami, the National Vice President of the Naujawan Bharat Sabha (NBS), who was working tirelessly to provide food, ration and other essentials to those in need since the last 21 days when the Modi Government announced an unplanned and totally botched-up lockdown. Today at around quarter to two in the afternoon, 8-9 police personnel, of which 2-3 were in plain clothes, reached the central office of NBS in Karawal Nagar, Delhi. They started enquiring about Yogesh, and hastily put him in a car and drove away. The police did not show their IDs, neither any notice, or warrant or any document whatsoever. When asked, they replied that the relevant documents will be sent on whatsapp. This is clearly an abduction by the Police.The NBS strongly condemns this abominable attitude of the Police.

Friends, we fear for Yogesh’s life. As of now, we have not received any notice or any other information from the police, neither do we know the location that the Police have taken him to. We appeal to all conscientious citizens, human rights activists, and the students and youth to call on the following numbers as much as possible, to hold the police accountable for their undemocratic ways, and demand the release of Yogesh. Although we cannot come out on the streets, the government cannot take away our right to oppose it.

Please call the following numbers and pressurise the police.

DCP, Special Cell – 9818099055 (Praamod Kushwaha)
DCP Office, Special Cell, Delhi – 0112349025
Karawal Nagar Police Station, Delhi – 01122932231
SHO, Karawal Nagar – 08750870728
DCP Office North East Delhi – 01122829331, 01122825655
DCP, North East Delhi – 9818099043, 09817099043

https://jansamvadonline.com/in-context/who-is-wetting-our-gunpowder/

 

This is another in a series of extremely autocratic captures and arrests of social and political activists and youth during the lockdown. The enforcement authorities purposefully have been given a free hand. All of this is being carried out under direct orders from the Home Minister Amit Shah. Despite its many attempts, the movement against the divisive CAA and the anti-people NRC had become a difficult thorn in the flesh for the government. After rumours, communal hatred, fascist attacks and riots failed to stop the movement, the Corona pandemic is being used as another opportunity for the same. Though the demonstrations against NRC-CAA have been stopped temporarily, the state desires that the people do not get out on the streets again in the near future. That is why, all our leaders are being captured and arrested. The government is hell bent to destroy even the peaceful and democratic voices opposing it. And due to the ongoing pandemic, it is no longer concerned about any movement taking shape against its fascistic modus operandi. In the times of this pandemic too, the Police is diligently carrying on its task of harassing innocent activists and the people. We once again proclaim that this fascist repression by the Police and the State will not at all be tolerated!

#nbs #national_vice_resident_of the_naujawan_bharat_sabha