चाटुकार नेताओं से दूर रहने की नसीहत, केदारघाटी का करेंगे भ्रमण  -भाजपा पूर्व राष्ट्रीय संयोजक ने जताई गढ़वाल सीट से चुनाव लड़ने की इच्छारुद्रप्रयाग,  राजनीति में जातिवाद, चाटुकार एवं क्षेत्रवाद नहीं होना चाहिए। जो लोग इसका प्रयोग करते हैं, वे कुछ समय के लिए जनता के बीच रहते हैं और फिर उनका अंत बुरा होता है। ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए। ये जनता की सेहत के लिए हानिकारिक साबित होते हैं। राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं को समझते हुए गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाया जाना जरूरी है। भाजपा चाहती है कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाया जाय, जिसके लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्र का विकास तभी संभव है जब उत्तराखण्ड की राजधानी गैरसैंण बनेगी। युवाओं को रोजगार मिलेगा और बढ़ते पलायन पर रोक लगेगी। इसके लिए स्वच्छ और ईमानदार व्यक्तित्व की जरूरत है। 
रुद्रा काॅम्प्लैक्स में आयोजित पत्रकार वार्ता में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता बीरेंद्र जुयाल ने कहा कि गढ़वाल के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। किसी भी तरह से यहां मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति की जा सके, ताकि पहाड़ से पलायन रुक सके। इसके लिए गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाया जाना जरूरी है। कहा कि राज्य आंदोलन के दौरान उन्होंने अपना खून-पसीना बहाया। यहां तक कि जेल की यात्रा भी की। जनता को भी समझना चाहिए कि कौन व्यक्ति पहाड़ के लिए जीजान से जुटा हुआ है। कहा कि वह 2019 में लोकसभा चुनाव में गढ़वाल सीट से पार्टी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। लोकसभा क्षेत्र के अनेक क्षेत्रों का भ्रमण कर रुद्रप्रयाग पहुंचे भाजपा नेता ने कहा कि वह क्षेत्र के आम लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। पार्टी हाईकमान जो भी निर्णय लेगा, उसे सहर्ष स्वीकार किया जाएगा। कहा कि मैं पार्टी के प्रति समर्पित हूं। हमारी प्राथमिकता उत्तराखंड की पांचों सीट पर जोरदार जीत दर्ज करना है। साथ ही दोबारा केंद्र में सरकार बनाई जाएगी। श्री जुयाल ने कहा कि गांवों से पलायन रोकने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे। सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार सुविधाओं को बेहतर करने के साथ यहां रोजगार के अवसर भी पैदा करने होंगे, जिससे यहां के लोगों को अपने-अपने क्षेत्रों में रोजगार मिल सके। जनता को क्षेत्रवाद, जातिवाद एवं चाटुकार की राजनीति करने वाले लोगों से दूर रहना चाहिए। ऐसे लोग मतलबी होते हैं और काम निकालते ही खिसक जाते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पहाड़ का दर्द महसूस होता है। जब भी चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग में आपदाएं आई हैं। वे दौड़कर लोगों की मदद के लिए आगे आये हैं। अब जनता को भी उन पर भरोसा जताना होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी को ऐसे लोगों को टिकट देना चाहिए, जो जनता के बीच में कई वर्षों से मेहनत कर रहे हंै। नाकि ऐसे लोगों को आगे करना चाहिए, जो कभी जनता के बीच रहे ही नहें और अब अचानक से पैदा होकर पोस्टर-बैनरों से राजनीति की शुरूआत कर रहे हैं। कहा कि पार्टी ने विश्वास जताया तो पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से उनकी जीत पक्की है। सांसद खण्डूड़ी आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी असमर्थता जता चुके हैं। ऐसे में पार्टी का भी दायित्व है कि जनता के बीच पैंठ बनाए व्यक्ति को आगे करे। उन्होंने कहा कि सोमवार को वे केदारघाटी का भ्रमण करते हुए केदारनाथ जायेंगे। इस मौके पर पूर्व जिपंस विनोद कप्रवाण, एसएल सुंदरियाल आदि मौजूद थे।