प्रसिद्ध गायक विजय चमोला 
-उत्तराखण्ड की संस्कृति पर काम कर रहे गायक विजय चमोला 
-टिहरी रियासत पर किया जा रहा फिल्म का निर्माण 
-जल्द दर्शकों के बीच प्रस्तुत होगी फिल्म 
    रुद्रप्रयाग, पेशे से अध्यापक और जिले के प्रसिद्ध लोक गायक विजय चमोला अपनी भोली-भाषा के साथ ही हिंदी गानों के लिए जाने जाते हैं। उनका नया हिंदी गाना ”संग हूं मैं” [ https://youtu.be/Y0anb2JPWEQ]  यू-ट्यूब पर धमाल मचा रहा है। इसके अलावा एमटीवी और बीफोरयू जैसे बड़े चैनलों पर भी गाना आ चुका है, जिसे दर्शकों की ओर से सराहा जा रहा है। चमोला का यह पहला हिंदी गाना है, जिसमें उत्तराखण्ड की खूबसूरती को दिखाया गया है। इस माह उनका दूसरा हिन्दी लव सांग और दि लिजेंट आफ श्रीदेव सुमन हिन्दी फीचर फिल्म रिलीज होेने जा रही है। 
विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के कणधार गांव में जन्में विजय चमोला का बचपन से ही गायक बनने का सपना था। उन्होंने इसके लिए काफी मेहनत भी की। पिता और माता दोनों ही अध्यापक थे, जिन्होंने संगीत क्षेत्र में उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। वर्तमान में उनका परिवार अगस्त्यमुनि में रहता है। पिता रमेश चमोला शिक्षा विभाग से संयुक्त निदेशक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद गौरी मैमोरियल पब्लिक स्कूल में संस्थापक हैं और उनकी माता राधा देवी सेवानिवृत्त होने के बाद घर संभाल रही हैं। चमोला ने संगीत के साथ ही उच्च शिक्षा भी प्राप्त की। वे आज डायट रतूड़ा में प्रवक्ता के पद पर तैनात हैं। उन्होंने गढ़वाली में भोले महाराज, शिवानी, खित हैंसणा, बिन्दु न जाई बाजार, सजली मुखड़ी सहित कई गढ़वाली गानों में अभिनय के साथ ही गाना गाया है। उत्तराखण्ड की सुंदर वादियों और युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने हिन्दी गाना निकालने की सोची। जिसके बाद उन्होंने हिन्दी गानों के राइटर अमित नौटियाल से सहयोग लिया और संग हूं तेरे सांग को रिलीज किया। उनके इस गाने में संगीत राहुल भुरिया, कैमरामेन तुषार डबराल रहे हैं, जबकि अभिनय उन्होंने स्वयं व मिस साउथ अन्नू चैधरी ने किया है। इस गाने को कुछ ही दिनों में हजारों व्यूअर्स मिले हैं। दर्शक गाने को बहुत पसंद कर रहे हैं। हिन्दी में यह गाना बेहद ही खूबसूरत बनाया गया है। इसमें उत्तराखण्ड की सुंदर वादियों को दिखाया गया है। चमोला का जल्द ही दूसरा लव सांग मैं न आऊंगा और रेप सांग भी रिलीज होने जा रहा है। इसके साथ ही वे एक हिन्दी फिल्म का निर्माण भी कर रहे हैं, जिसका टाइटल दि लिजेंट आॅफ श्रीदेव सुमन है। श्री चमोला बताते हैं कि बचपन से उन्हें संगीत पसंद था। घर में माहौल भी संगीत का रहा। पिता रमेश चमोला और माता राधा देवी ने काफी सहयोग किया। वे अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं। उन्होंने बताया कि वे अपने गानों के माध्यम से उत्तराखण्ड के पर्यटन को दिखाना चाहते हैं। खूबसूरत नजारों को देश-दुनिया को दिखाकर यह बताना चाहते हैं कि देश में एक ऐसा राज्य है, जिसे धरती पर स्वर्ग के नाम से जाना जाता है। कहा कि जिले में मिनी स्विटजरलैंड के नाम से विख्यात चोपता की खूबसूरत वादियांे के साथ मसूरी में गानों की शूटिंग की गयी है। इसके अलावा श्रीदेव सुमन पर हिंदी फिल्म बनाई जा रही है, जो जल्द ही दर्शकों के सामने प्रस्तुत की जायेगी। 
हिन्दी एवं गढ़वाली गायक विजय चमोला दि लिजेंट आफ श्रीदेव सुमन फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। डेढ घंटे की इस फिल्म में टिहरी के राजा का वर्णन और राजा की रियासत को बताया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में ऐसी अनेक विभूतियां हैं, जिनको हिन्दी पर्दे के माध्यम से दुनिया के सामने लाने का प्रयास किया गया है। बताया कि फिल्म में टिहरी की खूबसूरती को भी दिखाया गया है। इसके साथ ही स्थानीय युवाओं को मौका दिया गया है। उनका मकसद यही है कि जो युवा हिन्दी एवं गढ़वाली गानों में कैरियर बनाना चाहते हैं, उन्हें ऐसा मंच मिले जिससे वे आगे बढ़ सकें। जल्द ही यह फिल्म दर्शकों के सामने होगी, जिसके बाद अन्य प्रोजेक्ट पर भी काम किया जायेगा।