दो दिवसीय “समता” राष्ट्रीय बैठक का आयोजन राष्ट्रीय बीजीवीएस की कार्यनीति के तहत समता विंग भारत ज्ञान विज्ञान समिति(BGVS) उत्तराखंड द्वारा देहरादून के होटल द्रोण में किया गया। इस समता राष्ट्रीय बैठक में देश के विभिन्न प्रदेशों – कर्नाटक, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, झारखंड,बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब,हरियाणा, हिमाचल तथा उत्तराखंड के लगभग 60 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। इस बैठक में निम्न प्रमुख बिंदुओं पर सघन चर्चा व विचार विमर्श के बाद आगे समता, बीजीवीएस की कार्य नीति पर अमल किया गया।

1 समता BGVS का 25 वर्षों का सफर।

2- भारतवर्ष में महिलाओं की स्थिति ।

3-उत्तराखंड में महिलाओं की स्थिति।

4 -समता की चुनौतियां तथा इन चुनौतियों से भविष्य की रणनीति

इन बिंदुओं पर राष्ट्रीय महासचिव डॉoकाशीनाथ उपाध्यक्ष डॉo प्रमोद गौरी, मनीषा गौरी, AIPSN के राष्ट्रीय संयोजक समता- प्रभा (कर्नाटक) हिमाचल से जियानंद ने अपने अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए। इन सभी वक्तव्यों पर विभिन्न प्रदेशों से आए प्रतिनिधियों ने सवाल-जवाब किए तथा अपने अपने प्रदेशों में महिलाओं की समस्याओं की बातें रखी, जिनसे कई नए विचार सामने आए।जो आगे समता को गति बढ़ाने एवं समानता की लड़ाई में संघर्ष के लिए ताकत देंगे।

पहले दिन की कार्यवाही जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

इस अवसर पर गीता गैरोला,सविता मोहन, कल्याण सिंह रावत (मैती),पार्षद जगदीश सेमवाल, एस पी सेमवाल आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके बाद कार्यक्रम की कार्यनीति तैयार की गई , जो आगे चलकर प्रत्येक प्रांत,जिला,ब्लाक एवं गांव तक संघर्ष की राह तय करेगी। इस अवसर पर BGVS उत्तराखंड समता संयोजिका- डॉ उमा भट्ट BGVS अध्यक्ष- विजय भट्ट, सचिव एसएस रावत, कमलेश खंतवाल,इंद्रेश नौटियाल,सतीश धोलखंडी(रंगकर्मी), हरिद्वार से सुनील दशमा ना दिनेश धीमान, रेनू कश्यप आदि मौजूद थे