झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए 5 चरणों में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक वोट डाले गए, कुल 65% वोटिंग हुई

5 एग्जिट पोल के औसत में महागठबंधन भाजपा से आगे, सुदेश महतो के नेतृत्व वाली आजसू किंगमेकर साबित हो सकती है

रांची. झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए डाले गए वोटों की गिनती जारी है। यहां 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक 5 चरणों में वोट डाले गए थे। कुल 65.23% वोटिंग हुई थी। 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां 66.6% वोट डाले गए थे। किसी भी दल को बहुमत के लिए 41 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा। आखिरी चरण की वोटिंग पूरी होने के बाद पांच एग्जिट पोल सामने आए। इनमें कांग्रेस-झामुमो-राजद गठबंधन के सत्ता हासिल करने का अनुमान दिया गया।1

अपडेट – 11:00 AM भाजपा 28, कांग्रेस+ 42 सीटों पर आगे

चुनावपर दो बड़े मुद्दों का असर
राम मंदिर : 9 नवंबर को राम मंदिर मामले में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले और 12 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून आने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। ऐसे में इसे भाजपा के लिए परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड में अपनी रैलियों के दौरान लगातार राम मंदिर का मुद्दा उठाया था। झारखंड की ही एक चुनावी रैली में अमित शाह ने पहली बार यह दावा किया था कि उनकी सरकार चार महीने के अंदर अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवा देगी।
नागरिकता कानून विवाद : मोदी सरकार ने 9 दिसंबर को नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किया था। इसके बाद झारखंड में 12, 16 और 20 दिसंबर को तीन चरणों में कुल 48 सीटों पर वोटिंग हुई।

मोदी-शाह ने 18 और राहुल ने 5 रैलियां कीं

झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9, गृह मंत्री अमित शाह ने 9 चुनावी रैलियां कीं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 5 चुनावी जनसभाओं में पहुंचे। पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 1 रैली की।

हॉट सीट
जमशेदपुर पूर्व:
यहां भाजपा के मौजूदा मुख्यमंत्री रघुवर दास चुनाव मैदान में हैं। वे 1995 से यह सीट जीतते आ रहे हैं। उनके खिलाफ रघुवर कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय चुनाव मैदान में हैं। वे पहले भाजपा में ही थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद वे बागी हो गए।

दुमका: यहां भाजपा की लुइस मरांडी, झामुमो के हेमंत सोरेन और झाविमो की अंजुला मुर्मू के बीच मुकाबला है। हेमंत सोरेन महागठबंधन के प्रत्याशी हैं। मरांडी ने 2014 में मुख्यमंत्री रहते हुए सोरेन को यहां 6 हजार वोटों से हराया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस विधानसभा में जनसभा की है।

बरहेट: हेमंत सोरेन यहां भी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने यहां सिमोन मालतो को उतारा है। यह सीट झामुमो का गढ़ मानी जाती है। 30 सालों से यहां झामुमो का कब्जा है। 2014 में हेमंत सोरेन यहां से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला भाजपा की पहाड़िया जनजाति के उम्मीदवार सिमोन मालतो से है।