–राज्य कर विभाग ने चलाया ताबड़तोड़ छापामार अभियान
रूद्रपुर, राज्य कर विभाग द्वारा अपर आयुक्त राज्य कर रूद्रपुर जोन के अनिल सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स ने मंगलवार को कर चोरी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाते हुए जनपद के कई प्रतिष्ठानों पर एक साथ औचक छापे मारे गये। इस दौरान टीम ने अभिलेखों की गहरी छानबीन की और कई अभिलेखों को अपने कब्जे में भी लिया। छानबीन के दौरान करोड़ो रूपये की कर चोरी सामने आयी है।
कर विभाग द्वारा अभियान के तहत 10 टीमें गठित की गई। जिसमें 30 कर अधिकारियों को शामिल किया गया। दस अलग अलग अधिकारियों की टीमें रूद्रपुर, काशीपुर, सितार गंज, किच्छा,खटीमा, सिडकुल सितार गंज, सिडकुल पंतनगर, कालीनगर सहित जनपद के अनेक शहरों में पहुंची जहां डेढ़ दर्जन से अधिक प्रतिष्ठानों पर औचक छापे मारे गये। कर विभाग की इस कार्यवाही से व्यापारियों व उद्योगपतियों में हड़कंप मच गया। सभी प्रतिष्ठानों पर पुलिस के संरक्षण में अधिकारियों ने गहरी छानबीन की वहीं संबंधित व्यापारियों से आवश्यक पूछताछ भी की। आज प्रातः प्रारंभ हुई छापेमारी की कार्यवाही कई घंटे चली और करीब 400 करोड़ रूपये के टर्नओवर पर जीएसटी जमा न करने वाले व्यापारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की गई। जिनमें खनन पट््टा धारक व स्टोन क्रशर स्वामी भी शामिल थे। अपर आयुक्त अनिल सिंह ने बताया कि एसटीएफ द्वारा पिछले काफी समय से बड़ी संख्या में ऐसे व्यापारियों की जांच की जा रही थी जो ईवे बिल से सामान की खरीद बिक्री तो कर रहे थे लेकिन जीएसटी रिर्टन व टैक्स नहीं भर रहे थे ऐसे पट्टेधारकों, स्टोनक्रशर पर भी पैनी निगाह रखी जा रही थी जो खनन विभाग के ई रवन्ना द्वारा बड़ी मात्र में खनन सामग्री की खरीद बिक्री कर रहे थे। लेकिन जीएसटी कर व रिर्टन जमा नहीं कर रहे थे। उन्होंने बताया कि ऐसे व्यापारियों पर छापेमारी की कार्यवाही के दौरान दस लाख रूपये से भी अधिक जीएसटी कर के रूप में जमा करवा लिया गया। छापामारी की इस कार्यवाही को जीएसटी राज्य कर व रूद्रपुर की एसटीएफ इकाई की बड़ी सफलता माना जा रहा है। क्योंकि दो माह पूर्व ईवे बिल से खरीद बिक्री करने वालों व जीएसटी कर व रिर्टन जमा न करने वाले ऐसे ही व्यपारियों पर की गई एक बड़ी कार्यवाही के दौरान जीएसटी राज्य कर व एसटीएफ इकाई द्वारा करीब 13 करोड़ रूपये के जीएसटी कर चोरी का पर्दाफाश किया गया था। जिसे राजकोष में जमा कराया गया। अनिल सिंह ने बताया कि राज्य कर व एसटीएफ इकाई द्वारा लगातार ऐसे अन्य व्यापारियों की सघन जांच की जा रही है जो ईवेबिल के माध्यम से समान की खरीद बिक्री तो कर रहे हैं लेकिन जीएसटी टैक्स व रिर्टन जमा नहीं कर रहे।