प्रेस क्लब के दीपावली महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम
देहरादून, उत्तरांचल प्रेस क्लब का दीपावली महोत्सव रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हुआ। लकी ड्रा कूपन में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। रविवार को प्रेस क्लब सभागार में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने प्रेस क्लब पदाधिकारियों के साथ मिलकर दीप प्रज्वलित किया। संस्कृति विभाग की कलाकार मंजू सुंद्रियाल ने वंदना प्रस्तुत की। ब्रह्म कमल सांस्कृतिक दल ने स्वारा के मैती कु बेटी को सातो. गीत से पहाड़ों पर दीपावली में रहने वाले उत्साह का प्रदर्शन किया। इस गीत पर थडिया चैपुला नृत्य किया गया। मनमोहन बधानी ने भी गोपाल बाबू गोस्वामी के एक पुराने गीत को गाकर पहाड़ की सांस्कृतिक विरासत का परिचय दिया।
मंजू सुंद्रियाल ने पुराने लोकगीत जुन्याली राता.. गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। लोक गायक दरबान नेथवाल ने गढ़वाल के उच्च हिमालय क्षेत्र की जनजाति क्षेत्र में प्रचलित लोकगीत आंग ची हुन्ति.. गाकर पहाड़ से हो रहे पलायन, सांस्कृतिक मूल्यों के अवमूल्यन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस गीत और वीडियो को तैयार करने में उन्हें 15 साल से अधिक का समय लगा। इसके बाद हुई बच्चों की प्रस्तुति में अनामिका गायत्री, ओजस्विनी घिल्डियाल, तृषा गुसाईं ने नृत्य रितिका कनिका और कनिष्का ने गीत, अंशित सेमवाल ने कविता, अथर्व सेमवाल ने रामायण का प्रसंग काव्यात्मक रूप में सुनाया, उन्नति ठाकुर ने मोरनी बनके मैत्रेय मैठाणी ने हवा के झोंके से अभिषेक ने साकी साकी, वैशाली उनियाल ने आंख मारे गीत पर नृत्य किया। इससे पूर्व निकाले गए लकी ड्रॉ के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, विशेष सांत्वना, और सांत्वना के कुल 40 पुरस्कार दिए गए। समारोह में पहुंचे सभी बच्चों को दिवाली उपहार दिए गए। उत्तराखंड सचिवालय संघ के महासचिव राकेश जोशी ने सभी को पुरस्कार दिए।
प्रेस क्लब अध्यक्ष विकास धूलिया महामंत्री संजय घिल्डियाल, पूर्व अध्यक्ष नवीन थलेड़ी, पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी, जितेंद्र अंथवाल, गिरधर शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र नेगी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष के एस बिष्ट, संयुक्त मंत्री विकास गुसाईं, गीता मिश्रा,कोषाध्यक्ष प्रवीण बहुगुणा, संप्रेक्षक राज किशोर तिवारी, कार्यकारिणी सदस्य गौरव गुलेरी, नारायण परगाईं, विनोद पुंडीर, नवीन कुमार, हरीश कंडारी समेत सेकड़ों की संख्या मे सदस्य मौजूद रहे। संचालन सांस्कृतिक सचिव शैलेंद्र सेमवाल ने किया।