रुद्रपुर, पिछले करीब दस दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे सिडकुल स्थित मिंडा एवं इंटरार्क के श्रमिकों व उनके परिजनों को आज तड़के एसडीएम युक्ता मिश्रा व एएसपी देवेंद्र पिंचा की अगुवाई में भारी संख्या में महिला व पुरूष पुलिसकर्मियों ने जबरन उठाकर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती कराया। इस दौरान अनशन स्थल पर पुलिस को मौजूद सैकड़ों श्रमिकों व उनके परिजनों का भारी विरोध का भी सामना करना पड़ा। इधर जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए लाये गये सभी अनशनकारियों ने किसी भी तरह का उपचार कराने से साफ इंकार करते हुए अनशन जारी रखने की बात कही है। गौरतलब है कि सिडकुल स्थित मिंडा एवं इंटरार्क के श्रमिकों व उनके परिजनों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ जहां पिछले दो माह से अधिक समय से नियमित रूप से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है वहीं पिछले करीब 10 दिनों से आंदोलित श्रमिक व उनके परिजन आमरण अनशन पर भी बैठे हुए हैं जहां उनके स्वास्थ्य में निरन्तर गिरावट आ रही है। चिकित्सक टीम द्वारा अनशनकारियों के स्वास्थ्य का निरन्तर परीक्षण भी किया जा रहा था। आज तड़के उप जिला अधिकारी युक्ता मिश्रा व एएसपी देवेंद्र पिंचा की अगुवाई में कोतवाल कैलाश भट्ट, पंतनगर थानाध्यक्ष संजय पाठक, सिडकुल चैकी प्रभारी केजी मठपाल के साथ कई उपनिरीक्षक व भारी संख्या में महिला पुलिस कर्मी इंटरार्क श्रमिकों के अनशन स्थल पहुंचे जहां उन्होंने अनशन पर बैठी महिलाओं व अन्य श्रमिकों को जबरन उठाकर वाहनों में बैठाना शुरू किया जिस पर वहां मौजूद सैकड़ों श्रमिकों नेपुलिस एवं फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू करदी। वहीं जिन अनशनकारियों को पुलिस द्वारा उठाया जा रहा था उनके द्वारा भी पुलिस की इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया गया। लेकिनपुलिसकर्मियों ने सभी अनशनकारियों को जबरन उठाकर वाहन में बैठा लिया और उन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाकर भर्ती करा दिया। भारी संख्या में पुलिस फोर्स के चलते आंदोलनकारी श्रमिक पुलिस कार्रवाई में बाधा नहीं पहुंचा सके। जिसके पश्चात पुलिस फोर्स मिंडा श्रमिकों व उनके परिजनों द्वारा किये जा रहे अनशन स्थल पर पहुंचा जहां पुलिस फोर्स देखते ही मौजूद श्रमिकों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी लेकिन पुलिस फोर्स ने अनशन पर बैठे सभी लोगों को एक-एक कर जबरन वाहन में बैठा लिया और उन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जिन अनशनकारियों को जिला चिकित्सालय उपचार के लिए भर्ती कराया गया उनमें इंटरार्क से आदर्श कालोनी घासमंडी निवासी मूल निवासी गोरखपुर अखिलेश पांडे पत्नी सुशील, शिवनगर निवासी विजय पांडे पुत्र भुवन चंद, रविन्द्रनगर निवासी हेमचंद पुत्र मदन मोहन, ग्राम जोहत पडलियाा डिबडिबा निवासी अजीत कुमार पुत्र उमेश, फुलसुंगा निवासी निहारिका पत्नी तेजपाल सिंह व आदर्श कालोनी निवासी जरीना पत्नी पान मोहम्मद, मिंडा फैक्ट्री के अनशनकारियों में ग्राम छड़ैल नायक सुयाल हल्द्वानी निवासी तारा आर्या, कुसुमखेड़ा हल्द्वानी निवासी आशू पुत्री नरनाथ गोस्वामी, हल्दूचैड़ निवासी हेमचंद पुत्र हरीश चंद, विवेकनगर निवासी विमल पुत्र यशपाल सिंह शामिल हैं। जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए आये उक्त सभीा अनशनकारियों नेकिसी भी तरह का उपचार लेने से साफ इंकार कर दिया और मांगें पूरी होने तक अपना अनशन जारी रखने का ऐलान किया। इधर जिला चिकित्सालय में भी अनशनकारियों को लाने के बाद पुलिस फोर्स तैनात रहा। अनशनकारियों को तड़के जबरन उठा ले जाने के पश्चात अन्य श्रमिकों ने अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनके साथ न्याय नहीं किया जाता।