जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में विभागीय मंत्री पर दर्ज हो हत्या का मुकदमाः मोर्चा
विकासनगर, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि देहरादून में जहरीली शराब से हुई मौतों के जिम्मेदार खुद सी0एम0 व आबकारी मंत्री त्रिवेंद्र हैं, जिनकी शराब माफियाओं से यारी लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है, जिसका नतीजा यह हुआ कि कई परिवार तबाह हो गए।
मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि मोर्चा पूर्व से ही सी0एम0 त्रिवेंद्र की माफियाओं से सांठगांठ को जगजाहिर कर चुका है। हैरानी की बात यह है कि राजधानी समेत पूरे प्रदेश में जहरीली शराब बिकना निश्चित तौर पर गृह/आबकारी विभाग की सबसे बड़ी भूमिका है, क्योंकि अन्य प्रदेशों से बड़ी मात्रा में शराब, सरकार की शह पर उत्तराखंड में बिकती है। नेगी ने कहा कि इसके लिए पूरी तरह मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं, क्योंकि इनके द्वारा पूर्व में शराब माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए रातों-रात राज्य मार्ग को जिला मार्ग में परिवर्तित किया गया था तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी दरकिनार किया गया था। सरकार द्वारा जाँच की नौटंकी व छोटे अधिकारियों की इस मामले में बलि चढ़ाई गई है, जिसका मोर्चा घोर विरोध करता है, क्योंकि यह सब कारोबार सरकार की शह पर ही हो रहा है।
नेगी ने कहा कि पूर्व में भी जनपद हरिद्वार में लगभग 150 मौतें जहरीली शराब पीने से हुई थी, जिसका सीधा-सीधा मतलब यह है कि सीएम त्रिवेंद्र माफियाओं की गोद में खेल रहे हैं तथा अप्रत्यक्ष तौर पर एक साझेदार की भूमिका निभा रहे हैं। मोर्चा, राजभवन से आबकारी/गृहमंत्री त्रिवेंद्र पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करता है।
पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजय राम शर्मा, दिलबाग सिंह, श्रवण ओझा, विनोद गोस्वामी आदि थे।